जमीन की खरीद-फरोख्त में बड़ी कंपनियां भी किस तरह धोखाधड़ी करती हैं इसका एक बड़ा उदाहरण हरियाणा के गुरुग्राम से सामने आया है। यहां एम्मार इंडिया नामक कंपनी ने ग्रीन पार्क की जमीन को प्राइमरी स्कूल का प्लॉट बताकर बेच दिया। इसके बारे में बायर कंपनी को लगभग तीन साल बाद पता चला जब वह इसका नक्शा पास कराने गई। इससे पहले वह तमाम अप्रूवल ले चुके थे।
ग्रीन एरिया पार्क को प्राइमरी स्कूल का प्लॉट बताकर बेचने पर एम्मार इंडिया के निदेशकों के विरुद्ध धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत सेक्टर-65 थाने में मामला दर्ज किया गया है।
पोलस्टोर प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से करीब एक माह पहले सेक्टर-65 थाने में एम्मार इंडिया के प्रतिनिधियों के विरुद्ध शिकायत दी गई थी कि सेक्टर-62 में हेरिटेज वन सोसायटी में ग्रीन एरिया को प्राइमरी स्कूल बताकर प्लॉट बेच दिया गया था। यह प्लॉट करीब 1.2 एकड़ का था। छानबीन करने के बाद मामला दर्ज किया गया।
2022 में कराई थी रजिस्ट्री
शिकायतकर्ता कंपनी के प्रतिनिधि डीके शर्मा ने बताया कि उनकी कंपनी ने साइट बिल्डर से 2021 में खरीदी और 2022 में इसकी रजिस्ट्री कराई।
जब वह नक्शा पास कराने के लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के पास गए तो पता चला कि यह साइट तो ग्रीन पार्क की है।
इससे पहले वह इस साइट के लिए फायर एनओसी से लेकर सभी प्रकार की अप्रूवल तक ले चुके थे लेकिन जब फाइनल अप्रूवल के लिए फाइल निदेशक टाउन प्लानिंग कार्यालय पहुंची तो वहां अधिकारियों ने फाइल पर आपत्ति लगा दी कि यह साइट पार्क की है।
कई महीनों तक करते रहे टाल-मटोल
इस जगह पर कोई स्कूल साइट नहीं है। जब बिल्डर से बात की गई तो उन्होंने इसे ठीक करवाकर देने की बात कही लेकिन कई महीने बीतने के बाद भी टाल-मटोल करते रहे।
बीते माह इस संबंध में गुरुग्राम पुलिस में इसकी शिकायत दी जिस पर मामला दर्ज किया गया। इस संबंध में जांच अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इस संबंध में बिल्डर पक्ष भी संपर्क साधा गया लेकिन उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया।
एम्मार इंडिया के प्रवक्ता ने रखा पक्ष
एम्मार के प्रवक्ता का कहना है कि कंपनी की इस आपराधिक मामले में किसी भी प्रकार की संलिप्ता नहीं है। हम कानून के अनुसार कार्य करने और व्यापार आचरण के उच्चतम नैतिक मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट इकाई के रूप में संचालन करते हैं।