ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने हिसार के सिसाय में हुई पंचायत में मिली चुनौती को स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल वह एशियन गेम्स की तैयारी में व्यस्त हैं, लेकिन वह इसके तुरंत बाद विशाल से कुश्ती लड़ने के लिए तैयार हैं। उनका काम कुश्ती लड़ना है और कुछ नहीं।
- एशियन गेम्स में बजरंग पूनिया के बिना ट्रायल चयन करने पर जींद में महापंचायत हुई थी, लेकिन उसमें कोई नतीजा नहीं निकला था।
- इसके बाद हिसार के गांव सिसाय में पंचायत कर निर्णय लिया गया कि बजरंग पूनिया अगर विशाल को हराएंगे तो उन्हें नकद राशि, कार व भैंस देकर सम्मानित करेंगे।