बारिश के मौसम में केवल टमाटर ही नहीं बल्कि दूसरी सब्जियों पर भी महंगाई का रंग चढ़ गया है। तमाम सब्जियों के दाम दो से चार गुना तक बढ़ गए हैं। इससे गृहिणियों का रसोई का बजट भी बिगड़ गया है।
मंडी में सब्जियों की आवक कम होने के साथ ही कीमतों में जबरदस्त उछाल आ गया है। मानसून की दस्तक पर ही जरूरत से ज्यादा बरसात होने के कारण यह दिक्कत आई है। टमाटर के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं। रविवार को रिटेल में टमाटर के दाम 100 से 140 रुपये प्रति किलो तक रहे। ऐसे में दाम सुनकर ही लोगों को पसीना आ रहा है। टमाटर से अलग किसी दूसरी सब्जी का मंडी में भाव पूछो तो भी ग्राहकों को करंट सा लग रहा है। बारिश का मौसम रहने तक सब्जियों की आवक में कमी तो होगी, लेकिन जुलाई की शुरूआत से ही इस तरह से सब्जियों के दाम में इतनी तेजी पहले नहीं रही।
- आढ़तियों व दुकानदारों का कहना है कि जहां से सब्जियों की आवक हो रही थी, वहां पर खेतों में पानी जमा होने से फसल प्रभावित हुई है। बेल फसलों में ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इसी कारण आवक कम है तो दाम बढ़ रहे हैं।
सब्जी भाव प्रति किलो:-
- टमाटर 100-140
- तोरई 70-80
- लोकी 40-50
- बैंगन 40-50
- आलू 20
- भिंडी 60
- खीरा 50
- कच्चा आम 40
- करेला 40
- अरवी 50
- अदरक 300
पिछले एक सप्ताह में ही सब्जी मंडी के हालात बदल गए हैं। जून के आखिरी सप्ताह में प्री-मानसून की पहली तेज बरसात आई। यह कई घंटों तक चली। उसके बाद भी कई बार बारिश हो चुकी है। इस बरसात के पहले तक सब्जियों के दाम राहत दे रहे थे। मगर अब किसी सब्जी के दाम दोगुना तो किसी के चार गुना तक बढ़ चुके हैं।
- अभी बारिश की वजह से आवक कम है। फसल भी खराब हो गई हैं। इसलिए कीमतें अचानक बढ़ गई हैं। यदि कुछ दिनों तक बरसात नहीं होती है तो फिर क्या स्थिति रहती है, यह देखने वाली बात होगी।