हरियाणा के सोनीपत शहर की सात वर्षीय छात्रा अनाया ने बेहद कम उम्र में चौंकाने वाला फैसला लिया। इसे सुनकर उनके माता पिता भी हैरान रह गए। छात्रा ने कैंसर पीड़ितों के लिए अपने केश दान करने का निर्णय लिया और कोप विद कैंसर संस्था, मुंबई को सौंप दिए।
- अनाया के पिता अमित कुमार ने बताया कि वह सोनीपत शहर के मूल निवासी हैं और ओमैक्स सिटी में रहते हैं। फिलहाल वह परिवार सहित पंचकूला में रह रहे हैं, जहां उनकी सात वर्षीय बेटी ब्रिटिश स्कूल में दूसरी कक्षा की छात्रा है। अमित कुमार ने बताया कि उनकी बेटी टीवी पर अक्सर डिस्कवरी चैनल देखती है।
एक दिन बेटी ने कैंसर पीड़ितों पर बनी एक डॉक्यूमेंट्री देखी, जिसमें कैंसर पीड़ितों का संघर्ष और दुख तकलीफ देखकर अनाया का दिल पसीज गया। उनकी बेटी ने उसी दिन फैसला लिया कि वह कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए अपने केश दान कर देगी। बेटी की यह बात सुनकर वह सकते में आ गए और बेटी को समझाने की कोशिश की, लेकिन बेटी नहीं मानी और कोप विद कैंसर संस्था, मुंबई को अपने केश सौंप दिए।
मेयर निखिल मदान ने अनाया का कृष्णा चेरिटेबल कार्यालय पहुंचने पर उत्साह बढ़ाया और इतनी कम उम्र में बेटी के इतना बड़ा सामाजिक संदेश देने के लिए प्रशंसा की। मेयर निखिल मदान ने बेटी अनाया को मिठाई खिलाकर उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अनाया ने बताया कि उसे चित्रकारी करना, बैडमिंटन और निशानेबाजी करना पसंद है।