HARYANA VRITANT

Gurgaon News साइबर सिटी में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के लिए हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) ने कई कदम उठाए हैं। इन प्रयासों में 10 ऊंची इमारतों के ऊपर एंटी स्मॉग गन लगाने की योजना बनाई गई है, जिसका प्रभाव 500 मीटर तक के क्षेत्र पर रहेगा। इस पहल का उद्देश्य वायु गुणवत्ता में सुधार करना है, खासकर सर्दियों के महीनों में जब प्रदूषण खतरनाक स्तर तक बढ़ जाता है।

सांकेतिक तस्वीर

एंटी स्मॉग गन से प्रदूषण नियंत्रण

प्रदूषण को कम करने के लिए साइबर सिटी की आठ ऊंची इमारतों पर एंटी स्मॉग गन (एएसजी) लगाई जाएगी। इसकी शुरुआत सेंट्रल पार्क सोसायटी की इमारत से की गई है। एएसजी 100 मीटर तक पानी का छिड़काव करती है और इसका प्रभाव 500 मीटर के दायरे तक होता है। आने वाले दिनों में इस तकनीक के प्रभाव का आकलन किया जाएगा।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का सर्वे

गुरुग्राम के सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर) और अन्य प्रदूषण प्रभावित इलाकों में धूल और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बोर्ड ने सर्वे शुरू किया है। एसपीआर के किनारे स्थित चार प्रमुख सोसायटियों पर एंटी स्मॉग गन लगाई जाएगी ताकि वहां उठने वाली धूल को नियंत्रित किया जा सके। एचएसपीसीबी का मानना है कि ऊंचाई से पानी का छिड़काव प्रदूषण के स्तर को काफी हद तक कम कर देगा।

निर्माण स्थलों पर सख्त निगरानी

निर्माण स्थलों पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के निर्देशों के तहत निगरानी की जा रही है। एंटी स्मॉग गन के बिना काम करने वाले स्थलों पर कार्रवाई की जाएगी। नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना और निर्माण स्थल को बंद करने की चेतावनी भी दी गई है।