झज्जर जिला कारागार दुलीना में तलाशी के दौरान एक बंदी को सेंडल में गांजा ले जाते हुए गिरफ्तार किया गया है। जेल अधीक्षक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी पर हत्या का माला दर्ज है और यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन चल है। हालांकि इस मामले ने पुलिस सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर बंदी के पास गांजा कैसे पहुंचा, क्योंकि उसे जेल से अदालत में पेश करने के लिए लाया गया था और अदालत से उसे पुलिस सुरक्षा के बीच ही वापस जेल ले जाया गया है।
- जेल अधीक्षक ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि विचाराधीन बंदी अंकित पुत्र विजय उर्फ विजयपाल, निवासी अमादल शाहपुर थाना साल्हावास हाल समय जिला जेल झज्जर में बतौर विचाराधीन बंदी बंद है। उसके खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रोडक्शन वारंट पर देने के लिए अदालत से मांग की है।
उक्त बंदी को वीरवार को न्यायालय के समक्ष पेशी भेजा गया था। बंदी को एसआई पुष्पराज द्वारा जेल ले जाया गया था और पेशी के बाद बंदी को प्रधान सिपाही धर्मबीर ने जेल में बंद करवाया है। बंदी को जब जेल में बंद कराने के लिए ड्योढ़ी में लाया गया और उसकी तलाश ली तो सेंडलों में काफी मात्रा में नशीला पदार्थ गांजा मिला है। जब उससे पूछा गया तो उसने हवलदार सतप्रकाश ने यह मादक पदार्थ देने के बारे में बताया। जेल अधीक्षक ने शिकायत में कहा है कि मामले से ऐसा प्रतीत होता है कि सतप्रकाश हवलदार का उपरोक्त अवैध मादक पदार्थ जेल के अंदर पहुंचाने में सहयोग किया है।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अदालत से प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए आवेदन कर दिया है। अदालत से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर उससे पूछताछ की जाएगी। उसके बाद पुलिस कर्मी का क्या रोल है वह सामने आ पाएगा।