HARYANA VRITANT

Panchkula News हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद अब विधायक दल का नेता चुना जाना है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, जो भाजपा के एक प्रमुख नेता हैं, मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पहले ही जता चुके हैं। राव इंद्रजीत सिंह, छठी बार सांसद बनने के साथ-साथ भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले नेता हैं। आइए जानते हैं उनका राजनीतिक सफर।

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह

राजनीतिक सफर की शुरुआत

राव इंद्रजीत सिंह का राजनीतिक सफर 1977 में कांग्रेस पार्टी से शुरू हुआ। उसी साल वह जाटूसाना से पहली बार विधायक चुने गए। उन्होंने चार बार इस सीट से जीत हासिल की और हरियाणा सरकार में राज्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री का पद संभाला। 1986-87 में वह राज्य मंत्री और 1991-96 में कैबिनेट मंत्री बने।

पहली बार लोकसभा में प्रवेश

राव इंद्रजीत सिंह ने 1998 में पहली बार महेंद्रगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव जीता, हालांकि 1999 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। फिर 2004 में उन्होंने महेंद्रगढ़ से दोबारा जीत हासिल की और मनमोहन सिंह सरकार में विदेश राज्यमंत्री और रक्षा उत्पादन राज्यमंत्री का पद संभाला।

गुड़गांव से लगातार चार जीत

2009 से गुड़गांव संसदीय क्षेत्र से राव इंद्रजीत सिंह ने लगातार चार बार लोकसभा चुनाव जीता। मोदी सरकार में उन्होंने कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद संभाला और इस बार फिर उन्हें इसी पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

मुख्यमंत्री पद की दावेदारी

राव इंद्रजीत सिंह हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखते हैं। 2024 के विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से भाजपा के 10 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। इसके बाद से ही राव इंद्रजीत सिंह की मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी की खबरें चल रही हैं। हालांकि उन्होंने बगावत की खबरों को खारिज करते हुए कहा है कि वह पार्टी के साथ हैं।

बेटी की राजनीति में एंट्री

राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह ने भी राजनीति में कदम रखा है। उन्होंने अटेली विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें भी हरियाणा मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।

17 अक्टूबर को होगी नई सरकार का शपथ ग्रहण

हरियाणा में भाजपा की नई सरकार का शपथ ग्रहण 17 अक्टूबर को होगा। नायब सैनी का नाम विधायक दल के नेता के रूप में लगभग तय है। पार्टी की बैठक 16 अक्टूबर को आयोजित होगी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव पर्यवेक्षक होंगे।