HARYANA VRITANT

कुरुक्षेत्र। एक माह पहले बहादुरपुरा गांव में सावित्री की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। सावित्री को उसके प्रेमी ने नहीं बल्कि उसके 16 वर्षीय बेटे ने मौत के घाट उतारा था। वह अपनी मां के किसी दूसरे व्यक्ति के साथ संबंध होने से नाराज था। वारदात के बाद उसने अपने पिता के साथ मिलकर हत्या का आरोप उसके प्रेमी रामबीर पर लगाया था लेकिन पुलिस ने छानबीन करते हुए आरोपी नाबालिग बेटे को अभिरक्षा में लिया है। वहीं पुलिस को गुमराह करने का प्रयास करने और झूठा बयान देने के आरोप में पुलिस ने महिला के पति को भी गिरफ्तार कर लिया है।

सांकेतिक तस्वीर

थाना सदर में दो जून को दर्ज शिकायत में खेमचंद हाल निवासी कम्युनिटी केंद्र बहादुरपुरा ने बताया था कि वह राजमिस्त्री का काम करता है। उसकी शादी 19 साल पहले यूपी के जिला बदायूं के नागर पोखरा निवासी सावित्री से हुई थी। एक जून को वह अपने परिवार के साथ सो रहा था। एक-दो जून की रात करीब साढ़े 12 बजे उसके गांव का रामबीर और उसका साथी उससे मारपीट करके जबरदस्ती उसकी पत्नी को साथ ले गया था।

वह उनके पीछे गया तो पार्क में उसकी पत्नी बेहोश पड़ी थी। उन्होंने उसे एंबुलेंस से उसे सरकारी अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसकी पत्नी को मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर मामले की जांच की तो पता चला कि बेटे ने ही मां की हत्या की थी। इस पर पुलिस ने आरोपी नाबालिग बेटे और महिला के पति खेमचंद को गिरफ्तार कर लिया। अदालत के आदेश से नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह मधुबन और खेमचंद को कारागार भेज दिया है।

पुलिस को गुमराह करने का किया प्रयास

थाना सदर थानेसर प्रभारी बलजीत सिंह ने बताया कि हत्या करने के बाद आरोपियों ने खुद को बचाने के लिए रामबीर द्वारा सावित्री की हत्या की झूठी कहानी बनाई थी। आरोपी खेमचंद ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया था। मामले में आरोपी बनाए गए रामबीर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, मगर छानबीन के दौरान आरोपी का मामले में कोई हाथ नहीं पाया गया। पुलिस ने गहनता से जांच करते हुए सावित्री के नाबालिग बेटे और पति खेमचंद से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने आरोपी से वारदात में इस्तेमाल डंडा भी बरामद कर लिया है।