इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इस सरकार में नैतिकता नाम की कोई चीज नहीं बची है। ओडिशा रेल हादसा सरकार की लापरवाही की वजह से हुआ है। इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए केंद्रीय रेल मंत्री को तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए था, मगर इनसे कुर्सी छुटती नहीं हैं।
बुजुर्गों को 7500 रुपए प्रतिमाह पेंशन व बेरोजगारों को 21,000 रुपए भत्ता देने की बात पर अभय चौटाला ने कहा कि उनको पता है कि पैसा कहां से आएगा। हमारी टीम द्वारा करीब 8 महीने तक पूरी स्टडी करने के बाद ही यह घोषणा पूरी जिम्मेदारी के साथ की है।
- ‘अभय जो कहता है, वो करता है’
अभय चौटाला ने कहा कि प्रदेश के लोग यह बात अच्छी तरह से जानते हैं कि “अभय जो कहता है, वो करता है।” अभय ने कहा कि यात्रा में उनको व्यापारी-किसान मिले। सभी सरकार से परेशान हैं। वह इससे छुटकारा चाहते हैं। अगर व्यापारी उनका साथ दे तो व सरकार बनाएंगे और उनकी पुरानी व्यवस्था को लागू करेंगे। इनेला, किसान और व्यापारी का घर का रिश्ता है जिसे भाजपा सरकार ने खत्म कर दिया है।
- ‘यह फैसला मुसीबत बढ़ाने वाला ही साबित होगा’
इनेलो नेता ने कहा कि सरकार ने फिर किसी से राय-मशविरा लिए बिना दो हजार का नोट बंद करने का ऐलान कर दिया है। इस बार भी सरकार का यही दावा है कि भ्रष्टाचार पर प्रहार होगा, पर यह दावा भी दम तोड़कर रह जाएगा। इनेलो नेता ने कहा कि बिना किसी ठोस प्लानिंग व नीति के इस तरह का फैसला लेना सरासर जनता की मुसीबत बढ़ाने वाला ही साबित होगा।