HARYANA VRITANT

Hisar News हिसार जिले के भिवानी रोहिल्ला स्थित आरोही स्कूल के छात्र निजी बसों की छत पर सफर करने को मजबूर हैं। बैठने की पर्याप्त जगह न होने के कारण छात्रों को यह जोखिम भरा कदम उठाना पड़ रहा है। सफर के दौरान ब्रेक लगने या हाईटेंशन तारों की चपेट में आने का खतरा हमेशा बना रहता है, जिससे उनकी सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

फ्री शिक्षा के दावे के बीच वसूला जा रहा किराया

जहां सरकार छात्रों को फ्री शिक्षा और आवागमन की सुविधा देने का दावा करती है, वहीं वास्तविकता इसके विपरीत है। छात्रों ने बताया कि परिचालक उनसे 5-5 रुपये किराया वसूलते हैं। यह सरकारी दावों और जमीनी हकीकत के बीच का बड़ा अंतर उजागर करता है।

प्रशासन ने दिया कार्रवाई का भरोसा

हिसार रोडवेज के जीएम डॉ. मंगल सेन ने छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जाएगी और निजी बस संचालकों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

परिवहन विभाग की लापरवाही आई सामने

परिवहन विभाग द्वारा बसों को संचालन के नियमों के साथ रूट परमिट जारी किए जाते हैं। लेकिन बालसमंद से भादरा वाया हिसार चलने वाली निजी बसें इन नियमों का उल्लंघन कर रही हैं। छात्रों को छत पर सफर करवाने की घटनाएं विभागीय लापरवाही को उजागर करती हैं।

सुरक्षा पर गंभीरता से विचार की जरूरत

यह मामला प्रशासन और परिवहन विभाग की जिम्मेदारी पर सवाल खड़ा करता है। छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सरकारी दावों को वास्तविकता में बदलने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।