Hisar News हिसार के उकलाना में कांग्रेस नेता और मेयर पद के दावेदार छत्रपाल सोनी की अचानक मौत से हड़कंप मच गया। वे लापता किशोरी के परिजनों के समर्थन में सुरेवाला चौक पर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें सीने में दर्द हुआ और उनकी हालत बिगड़ने लगी। साथी कार्यकर्ताओं ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

किशोरी के लापता होने का मामला
सितंबर 2024 में हिसार के आजाद नगर से 17 वर्षीय किशोरी रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गई थी। परिवार ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई। नाराज परिवार ने 10 फरवरी को ‘न्याय यात्रा’ निकालते हुए पैदल चंडीगढ़ जाने का फैसला किया।
पुलिस ने परिवार को रोका, प्रदर्शन शुरू
शुक्रवार सुबह जब किशोरी का परिवार सुरेवाला चौक पहुंचा, तो पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। पुलिस का कहना था कि वे मुख्यमंत्री के हिसार दौरे पर उनसे मिल सकते हैं। लेकिन परिवार ने अपनी यात्रा जारी रखने की जिद की और कांग्रेस नेता छत्रपाल सोनी को इस घटनाक्रम की जानकारी दी।
प्रदर्शन के दौरान बिगड़ी तबीयत
छत्रपाल सोनी अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस के फैसले का विरोध करने लगे। इसी दौरान उनकी पुलिस से बहस हुई और उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर बातचीत भी की। लेकिन प्रदर्शन के बीच अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द होने लगा। वे नीचे बैठ गए और अपने साथियों को तकलीफ के बारे में बताया।
अस्पताल में भर्ती, लेकिन नहीं बच सके
कार्यकर्ताओं ने छत्रपाल सोनी को तुरंत उकलाना के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। हालत गंभीर होने पर उन्हें हिसार रेफर कर दिया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
क्राइम ब्रांच को सौंपी गई जांच
इससे पहले, परिवार ने पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ कई बार प्रदर्शन किया था। उन्होंने आजाद नगर थाने की जांच अधिकारी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत भी दी थी। जब परिवार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की, तो उन्होंने क्राइम ब्रांच को जांच सौंपने के आदेश दिए थे। हालांकि, इतने महीनों बाद भी किशोरी का कोई पता नहीं चल सका है।
किशोरी की दादी के चौंकाने वाले आरोप
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब लापता किशोरी की दादी ने अपने बेटे-बहू पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि किशोरी के माता-पिता उसे पीटते थे, जबरन काम करवाते थे और कई बार भूखा भी रखते थे। दादी ने बताया कि एक बार स्कूल प्रशासन ने भी बच्ची की हालत देखकर उन्हें बुलाया था।
पुलिस ने रखा 2 लाख का इनाम
किशोरी का कोई सुराग न मिलने पर पुलिस ने अब उसकी जानकारी देने वाले को 2 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और अलग-अलग एंगल से पड़ताल कर रही है। हालांकि, इस मामले में अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।