Haryana सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से महामंडलेश्वर द्वारा जर्मनी, इंग्लैंड, यूक्रेन सहित आठ देशों में अपने अनेक शिष्य बनाए जा चुके हैं। वहीं, हिंदू धर्म को अपनाने वाली करणेश्वरी ने बताया कि अपने गुरु संगम गिरि के मार्गदर्शन में सनातन संस्कृति की महानता को करीब से जानने का मौका मिला।
भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर यूक्रेन की ईसाई महिला ने हिंदू धर्म अपना लिया। आश्रम के प्रवक्ता सुरेश सैनी ने बताया कि भारतीय संस्कृति एवं आयुर्वेद से प्रभावित यूक्रेन की मरिया नामक महिला ने सोमवार को हालुवास गेट स्थित बाबा जहरगिरि आश्रम में पहुंचकर धर्म हिंदू की दीक्षा ली। आश्रम के पीठाधीश्वर महंत डाॅ. अशोक गिरि महाराज के शिष्य महामंडलेश्वर संगम गिरि महाराज द्वारा उन्हें हिंदू धर्म की दीक्षा देने के बाद उसका नाम करणेश्वरी रखा गया।
सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से महामंडलेश्वर द्वारा जर्मनी, इंग्लैंड, यूक्रेन सहित आठ देशों में अपने अनेक शिष्य बनाए जा चुके हैं। महामंडलेश्वर संगम गिरि महाराज ने बताया कि मरिया वर्ष 2016 में भारत में आई थी। उस दौरान वह आयुर्वेद पर शोध कर रही थी। मरिया कोरोना काल में करीब चार माह तक भारत में ही रही थी और यहां पर आयुर्वेद की अपनी शोध जारी रखा। मरिया ने भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद पद्धति से प्रभावित होकर हिंदू धर्म अपनाने का फैसला लिया।
आश्रम के पीठाधीश्वर महंत डाॅ. अशोक गिरि ने बताया कि करणेश्वरी के दो बेटे व एक बेटी है। वे भी कुछ माह बाद आश्रम में आएंगे और हिंदू धर्म की दीक्षा लेंगे। इस मौके पर हिंदू धर्म को अपनाने वाली करणेश्वरी ने बताया कि अपने गुरु संगम गिरि के मार्गदर्शन में सनातन संस्कृति की महानता को करीब से जानने का मौका मिला। उसने कहा कि वे अपने देश यूक्रेन में जाएंगी तो वहां के लोगों को भारत की संस्कृति की महानता से अवगत करवाएगी।