Gurugram की सफाई और जलभराव समस्या पर हरियाणा सरकार एक्शन मोड में: कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल की बड़ी घोषणाएं
हरियाणा की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले गुरुग्राम में हर साल की तरह इस बार भी बारिश के साथ शहर की सड़कों पर जलभराव की समस्या गहराई, और साथ ही जगह-जगह फैले कचरे ने नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए हरियाणा सरकार अब हरकत में आ गई है। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री और हरियाणा के कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने गुरुग्राम की साफ-सफाई और जल निकासी की व्यवस्था को लेकर व्यापक कार्ययोजना का ऐलान किया है।

गुरुग्राम की स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता: विपुल गोयल
बंधवाड़ी कचरा प्रबंधन संयंत्र का निरीक्षण करने के बाद आयोजित समीक्षा बैठक में मंत्री विपुल गोयल ने अधिकारियों से साफ कहा कि गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि गुरुग्राम सिर्फ हरियाणा का नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान रखने वाला शहर है और इसकी छवि देश-दुनिया में जाती है। ऐसे में, साफ-सफाई की व्यवस्था को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा गया है।
वार्ड स्तर पर चलेगा विशेष सफाई अभियान, मिलेगा मुख्यमंत्री से सम्मान
मंत्री ने ऐलान किया कि अब गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था वार्ड स्तर पर लागू की जाएगी। प्रत्येक वार्ड को एक स्वतंत्र इकाई मानते हुए उसके लिए अलग-अलग संसाधन एवं टीम गठित की जाएगी। हर वार्ड में एक JCB मशीन, 3 ट्रैक्टर, और 4-5 कर्मचारी, पार्षद, कनिष्ठ अभियंता और SDO के साथ मिलकर एक महीने का सघन सफाई अभियान चलाएंगे।

खास बात यह है कि अभियान के अंत में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले वार्ड को मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के हाथों नकद पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया जाएगा। इससे स्थानीय स्तर पर स्वच्छता को लेकर सकारात्मक प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और व्यवस्था में पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी।
जलभराव से स्थायी समाधान के लिए 20 साल पुरानी सीवर लाइन का सर्वे
बारिश के दौरान हर साल सामने आने वाले जलभराव की समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए मंत्री ने 20 वर्ष पुरानी सीवर लाइनों का सर्वेक्षण कराने के निर्देश दिए हैं। सर्वे के आधार पर यह तय किया जाएगा कि किन इलाकों में सीवर लाइन का नवीनीकरण या नई लाइन डालने की जरूरत है। इस कार्य के लिए एक माह की समय-सीमा भी तय की गई है।
सेकंडरी कूड़ा संग्रहण बिंदुओं को ढकने के निर्देश
शहर में गंदगी फैलाने वाले एक और प्रमुख कारण सेकंडरी कूड़ा संग्रहण स्थलों को अब पूरी तरह से ढकने के आदेश भी दिए गए हैं। मंत्री ने कहा कि कूड़े के इन स्थलों को इतनी ऊंचाई तक ढका जाए कि केवल वाहन की आवाजाही ही बाहर से दिखाई दे। इससे दृश्य प्रदूषण में कमी आएगी और शहर की स्वच्छता छवि को मजबूती मिलेगी।
बरसात बाद गड्ढों की मरम्मत होगी प्राथमिकता
मंत्री विपुल गोयल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून के दौरान सड़कों पर बने गड्ढों को अभी से चिन्हित किया जाए ताकि जैसे ही बारिश समाप्त हो, इनकी मरम्मत तुरंत शुरू की जा सके। यह कार्य आमजन की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने की दिशा में उठाया गया है।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सीधी निगरानी
कैबिनेट मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि गुरुग्राम की सफाई और जलनिकासी व्यवस्था पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं लगातार नजर बनाए हुए हैं। ऐसे में अधिकारियों को पूरी निष्ठा और पारदर्शिता के साथ जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की जरूरत है।
समीक्षा बैठक में रहे कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद
गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में फरीदाबाद नगर निगम आयुक्त धीरेंद्र खड़गटा, गुरुग्राम डीसी अजय कुमार, नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया, जीएमडीए एवं एमसीजी के वरिष्ठ अधिकारी सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम की जमीनी समस्याओं को लेकर अब ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल के नेतृत्व में चल रहे ये प्रयास यह संदेश देते हैं कि सरकार सिर्फ बैठकों तक सीमित नहीं, बल्कि ज़मीनी हकीकत से वाकिफ होकर हर स्तर पर कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है। अब देखना यह होगा कि ये योजनाएं कितनी तेजी से धरातल पर उतरती हैं और गुरुग्राम को सच में एक स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित स्मार्ट सिटी बनाने में कितना योगदान दे पाती हैं।