महेंद्रगढ़। रेवाड़ी जिले में बनने वाला अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) प्रदेश का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा, इसके बनने के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में सराहनीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी।इससे प्रदेश के आठ जिलों के अलावा राजस्थान के दो जिलों के लोगों को भी लाभ मिलेगा।

अगले साल तक बनकर हो जाएगा तैयार

बता दें कि रेवाड़ी जिले में बनने वाला एम्स महेंद्रगढ़ बस स्टैंड से 38 किलोमीटर की दूरी पर बनाया जा रहा है। इस पर काम जोरों पर चल रहा है। आने वाले सालों में एम्स बनकर तैयार हो जाएगा। इससे पहले क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए रोहतक, जयपुर, गुरुग्राम, दिल्ली जैसे बड़े शहरों पर निर्भर रहना पड़ता था। रेवाड़ी की सीमा से सटा होने के कारण क्षेत्र के लोगों को एम्स का लाभ मिलेगा।

राजस्थान के इन जिलों के लोगों को होगा फायदा

1243 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट के बाद दक्षिणी हरियाणा के आठ जिलों के साथ-साथ राजस्थान के दो जिलों की आबादी को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जयपुर, दिल्ली जैसे शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। राजस्थान राज्य का अलवर रेवाड़ी जिले की सीमा से सटा हुआ है, जबकि झुंझुनू के गांवों से इसकी दूरी भी काफी कम है।

यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री 14 अप्रैल को हरियाणा को देंगे बड़ी सौगात : श्याम सिंह राणा

महेंद्रगढ़ की करीब 15 लाख की आबादी को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए रोहतक, जयपुर, गुरुग्राम, दिल्ली जैसे बड़े शहरों पर निर्भर रहना पड़ता था। रेवाड़ी की सीमा से सटे होने का सबसे ज्यादा फायदा महेंद्रगढ़ जिले को मिलेगा।

2014 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेवाड़ी में अपनी पहली रैली की थी। उद्घाटन के दौरान उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि जल्द ही एम्स बनेगा। भाजपा ने दक्षिणी हरियाणा में अपने बिखरे कुनबे को एक मंच पर लाने की भी कोशिश की। जिसके चलते अहीरवाल क्षेत्र से लगातार तीसरी बार राज्य में भाजपा की सरकार बनी है।

दिल्ली-NCR इन राज्यों के लोगों को होगा फायदा

रेवाडी में एम्स बनने से विशेष रूप से रेवाडी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, भिवानी, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल और फरीदाबाद के साथ-साथ राजस्थान के अलवर और झुंझुनू जिलों को फायदा होगा। करीब 15 हजार लोगों को रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा. यह 750 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा.