गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल में conjunctivitis (आंखों में होने वाला संक्रमण) और सूखेपन के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। मरीजों में आंखों में लालपन सूखापन जैसी परेशानी भी बढ़ गई है। गर्मियों के दिनों में आंख आना (conjunctivitis) के मामले बढ़ने लगते हैं। इस बीमारी से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होते हैं। धूप में ज्यादा देर रहने से आंखों में खुजली होने लगती है।
गुरुवार को सुबह से ही मरीजों को भीड़ जुटना शुरू हुई पर्चा काउंटर से लेकर दवा काउंटर और डॉक्टरों के कक्षों के बाहर मरीजों की लाइनें लग गई करीब ओपीडी में 2480 मरीजों ने ओपीडी में जांच कराई।
इसमें बाल रोग विभाग में 210, मेडिसिन विभाग में 320, हड्डी रोग विभाग में 200, चर्म रोग विभाग में भी 180, इएनटी में 200 व नेत्र रोग के 180 और गायनी विभाग में 250 से ज्यादा गर्भवती जांच कराने पहुंची।
क्यों बढ़ रही आंखों में सूखेपन की समस्या?
नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. शुभा बंसल ने बताया कि इस मौसम में वायरस सक्रिय रहता है। जो धूल के कणों के साथ मिलकर आंखों को हानि पहुंचाता है। गर्मियों के दिनों में आंख आना (conjunctivitis) के मामले बढ़ने लगते हैं। इस बीमारी से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होते हैं।
धूप में ज्यादा देर रहने से आंखों में खुजली होने लगती है। जिसके बाद आंख रगड़ने पर वह लाल हो जाती है। आंखों से पानी निकलने लगता है। उन्होंने बताया कि आंखों में सूखेपन की समस्या भी बढ़ गई है। क्योंकि गर्मी से बचाव के लिए लोग हर समय पंखे और एसी चला रहे हैं, जो आंखों की नमी सोख रहे हैं। आंखों में सूखेपन से देखने में भी समस्या हो सकती है।
रोजाना तीन से चार गंभीर मरीजों को किया जा रहा भर्ती
बाल रोग विशेषज्ञ और मेडिसिन कक्ष में इन दिनों डायरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में रोजाना तीन से चार गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।
यह हैं लक्षण
आंख लाल होना, खुजली होना, सूखापन, जलन, पानी आना, दर्द होना ।