संरक्षित पशु का मांस खाने पर श्रमिक की हत्या के मामले में पुलिस ने पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर गंभीर चोटें पाई गईं। आरोपियों की निशानदेही पर एक एंबुलेंस, पांच डंडे और एक बाइक बरामद की गई है।
हरियाणा के चरखी दादरी में पश्चिम बंगाल निवासी साबिर मलिक की हत्या के मामले में पुलिस ने पांचों आरोपियों को रिमांड समाप्ति के बाद सोमवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के सिर, गर्दन, कूल्हों, पैर और आंख के पास चोटें पाई गईं, जिसमें सिर में लगी चोट से उसकी मौत हुई।
इस हत्याकांड में अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें से दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह और एक अन्य आरोपी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त एक एंबुलेंस, बाइक और डंडे भी बरामद किए हैं।
यह घटना 27 अगस्त को हुई थी, जब हंसावास खुर्द में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों की झुग्गियों में हंगामा हुआ था। आरोप था कि प्रवासी परिवार संरक्षित पशु का मांस खा रहे थे, जिसके बाद साबिर मलिक की पिटाई कर उसकी हत्या कर दी गई। मामले की जांच जारी है, और पुलिस ने बताया कि अभी और गिरफ्तारियां होनी बाकी हैं।