Ambala News अंबाला से हेमकुंड एक्सप्रेस में सवार एक यात्री की लुधियाना रेलवे स्टेशन पर तबीयत बिगड़ी और उसे बेहोशी की सूचना दी गई, लेकिन रेलवे की लापरवाही के कारण 11 स्टेशनों पर ट्रेन रुकने के बावजूद यात्री को उतारा नहीं गया। करीब 342 किलोमीटर दूर कटड़ा स्टेशन पर यात्री का शव ट्रेन से बाहर उतारा गया। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है।

सात घंटे तक ट्रेन में पड़ा रहा शव
सुरेंद्र सिंह नामक इस यात्री का शव करीब सात घंटे तक ट्रेन के स्लीपर कोच में पड़ा रहा, जबकि कोई भी रेलवे अधिकारी उसे उतारने की कोशिश नहीं की। सुरेंद्र सिंह चंडीगढ़ जाने के लिए अंबाला से सवार हुआ था, लेकिन वह लुधियाना स्टेशन पर बेहोश हो गया। इसके बाद वह कटड़ा स्टेशन पर मृत अवस्था में पाया गया।
पुलिस को मिली सूचना, शव की पहचान में समस्या
कटड़ा स्टेशन पर शव की पहचान सुरेंद्र सिंह के रूप में की गई। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी। पुलिस को शव की पहचान करने में कठिनाई हुई, क्योंकि मृतक के पर्स और मोबाइल फोन गायब थे। इसके बाद इंटरनेट मीडिया का सहारा लेकर शव की पहचान 1 दिसंबर को की गई।
सुरेंद्र सिंह की तलाश में परिवार और पुलिस सक्रिय
जब सुरेंद्र सिंह घर नहीं पहुंचा, तो उसके परिवार ने उसकी तलाश शुरू की और फोन किया, लेकिन किसी अजनबी ने फोन उठाया। इस व्यक्ति ने बताया कि उसका नंबर सुरेंद्र के मोबाइल से फॉरवर्ड किया गया था, जिससे यह सवाल उठता है कि मोबाइल कॉल को फॉरवर्ड किसने किया था। परिवार ने इस मामले की शिकायत चंडीगढ़ पुलिस से भी की थी।
रेलवे के खिलाफ सवाल उठाए गए
इस घटना ने रेलवे की लापरवाही और अपनी जिम्मेदारी से आंख मूंदने की पोल खोल दी है। 11 स्टेशनों पर रुकने के बावजूद सुरेंद्र सिंह को समय पर मदद नहीं मिल सकी, जिससे उसकी जान चली गई।