HARYANA VRITANT

Bahadurgarh मरने वाला युवक करण मजदूरी करता था और अपने एक दोस्त के पास रह रहा था। परिजनों का आरोप है कि उसका दोस्त नशे का कारोबार भी करता है। 14 अप्रैल की शाम को आरोपी करण को सिविल अस्पताल लाए, जहां चिकित्सकों ने करण को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सभी मौके से फरार हो गए।  

सांकेतिक तस्वीर

घटना रविवार देर शाम की है। मृतक के भाई की शिकायत पर थाना शहर पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ नामजद अभियोग दर्ज किया है सभी फरार हैं। दोपहर के समय नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम होगा। 

मृतक के भाई आयुष का बयान…

मृतक के भाई आयुष निवासी कबीर बस्ती ने पुलिस को बताया कि उसका भाई करण (29) मजदूरी करता था और दुर्गा कॉलोनी निवासी अनिल के पास दो साल से रह रहा था। अनिल की नागरिक अस्पताल के पीछे परचून की दुकान है। वह नशे का कारोबार भी करता है। उन्हें 14 अप्रैल की शाम पता चला कि उसके भाई करण को कुछ लोग सिविल अस्पताल में लेकर गए हैं। उसे चोट लगी हुई है। जांच के दौरान चिकित्सकों ने करण को मृत घोषित कर दिया। 

बताया गया है कि जो लोग उसे अस्पताल लेकर गए थे वह उसे वहीं पर छोड़कर फरार हो गए। इसी दौरान अस्पताल की तरफ से पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की गई। देर रात परिजन करण को ढूंढते हुए अस्पताल पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज किए। मृतक करण के भाई आयुष ने अनिल, सोनू, मोनू, राजू निवासी दुर्गा कॉलोनी, नवीन, रितिक निवासी नई बस्ती और सुधीर पर उसकी जान लेने का आरोप लगाया है। 

भाई ने लगाया मृतक के 7 दोस्तों पर हत्या का आरोप

मृतक कारण के भाई आयुष ने बताया कि वह नागरिक अस्पताल के पीछे परचून की दुकान चलाने वाले अनिल के पास पहुंचा। वहां पर लोगों से पूछा तो पता चला कि अनिल व अन्य छह युवकों ने मिलकर करण की लाठी डंडों से पिटाई की है। जिससे उसकी जान चली गई और बाद में यही सब करण को अस्पताल में छोड़कर भाग गए। आयुष ने बताया कि करण की कमर, पांव व शरीर के अन्य कई अंगों पर चोट के निशान है। 

मृतक करण के भाई आयुष की शिकायत पर सात लोगों के खिलाफ नामजद अभियोग दर्ज किया गया है। वे सभी फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।