हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि प्रदुषण की चुनौती से निपटने के लिए हम हर स्तर पर सहयोग करने को तैयार हैं. हमारे यहां पर पराली जलानें की मात्र 1500 के आसपास घटनाएं सामने आई है जबकि पंजाब में पराली जलानें की कई हजार घटनाएं सामने आई है. हमारी सरकार ने पराली प्रबंधन के इंतजाम किए हैं. किसानों को सब्सिडी दी गई है.

  • उन्होंने बताया कि हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने विंटर एक्शन प्लान लागू कर दिया है.
  • इसके तहत सड़कों की साफ-सफाई आधुनिक मशीनों से कराने, टूटी- फूटी सड़कों की मरम्मत, धूल कणों को दबाने के लिए पानी का छिड़काव करने, निर्माण स्थल पर एंटी- स्माग गन की तैनाती अनिवार्य कर दी है.
  • इसके साथ ही खुले में कूड़ा जलाने, होटलों और ढाबों में कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है.

प्रदेश में एक नवंबर से 31 जनवरी तक पटाखों के निर्माण, बेचने और खरीदने पर प्रतिबंध लगाया गया है.

साथ ही, सभी उपायुक्तों, निगम आयुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और प्रदूषण बोर्ड के स्थानीय अधिकारियों को एक्शन प्लान को सख्ती से लागू कराने का निर्देश दिया गया है.