हिसार में चार साल से चल रही सिटी बस सेवा बंद हो गई है। बुधवार को सिटी बस मालिक अपनी बसों को लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंचे और कार्यालय के सामने बसों को खड़ा कर दिया। सिटी बस मालिकों की माने तो आरटीओ ने बसों को लेकर परमिट देने से मना कर दिया जिस कारण यह बस सेवा बंद हो गई है।
शुरुआत में बस मालिक निगम को 11 से लेकर 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान कर रहे थे। चार साल पूरे होने के बाद अब निगम की तरफ से दोबारा से टेंडर लगाया गया जो रेट पहले 11 से 500 रुपये तक के थे, निगम ने उस फीस को बढ़ाकर 500 से 3100 रुपये तक कर दिया। इसके बाद निगम ने टेंडर भी अलॉट कर दिया और एग्रीमेंट भी कर लिया। मगर जब बस मालिक आरटीओ में परमिट लेने गए तो उन्होंने परमिट देने से इनकार कर दिया।
- उनका कहना है कि यह बसें स्कीम 2004 के तहत चलाई जा रही है जिसमें हिसार शहर नहीं आता। इस कारण से इन बसों को परमिट नहीं दिया जा सकता। बस मालिकों का कहना है कि इन बसों से करीब 25 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ था जो अब बेरोजगार हो गए हैं।
- इसके अलावा उन्होंने बसों के ऊपर जो इतना इन्वेस्टमेंट किया था वह भी बेकार हो गया। उस समय तत्कालीन उपायुक्त और नगर निगम आयुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया था कि जब तक इन बसों की लाइफ है तब तक इन्हें परमिट दिलवाया जाएगा। इन बसों का किराया 5 और 10 रुपये तय है जबकि ऑटो में किराया 20 निर्धारित किया हुआ है।