सोनीपत में यमुना के गांव मिमारपुर घाट पर परिवार के सदस्यों संग स्नान करने आई दसवीं कक्षा की छात्रा यमुना में डूब गई। वह अपने पांच भाई-बहनों के साथ स्नान कर रही थी। इसी दौरान किशोरी का नौ साल का भाई डूबने लगा तो वह उसे बचाने लगी। बहन ने भाई की तो जान बचा ली, लेकिन वह खुद डूब गई। मामले का पता लगते ही परिजनों ने गोताखोरों को बुलाने के साथ ही स्वयं भी उसकी तलाश शुरू कर दी है। पांच निजी गोताखोर भी बच्ची की तलाश कर रही है। पुलिस ने भी प्रशासन को अवगत कराकर चार गोताखोर बुलाए हैं।
रोहतक के गांव जिंदरान निवासी राजेराम के पांच बच्चे परिवार के अन्य सदस्यों संग यमुना में नहाने आए थे। शुक्रवार को ज्येष्ठ की अमावस्या पर यमुना स्नान का बड़ा महत्व माना जाता है। राजेराम के पांच बच्चे बड़ी बेटी तुलसी, उससे छोटी खुशी, तीसरे नंबर की आशा, उससे छोटा भाई आशीष व सबसे छोटा अंशु है।
- पांचों भाई बहन एक साथ स्नान कर रहे थे। इसी दौरान अंशु यमुना में डूबने लगा। उसके साथ स्नान कर रही बहनों व भाई ने सबसे छोटे भाई को बचाने का प्रयास शुरू किया।
इस दौरान आशा ने अपने भाई को एक तरफ खींच लिया, लेकिन वह खुद डूब गई। उसके बाद भाई-बहनों ने शोर मचाया तो परिवार के अन्य सदस्य व आस पास स्नान कर रहे श्रद्धालु एकत्रित हो गए। मामले की सूचना पुलिस को दी। साथ ही गांव में जिंदरान में घटना से अवगत कराया। इस पर गांव में मौजूद राजेराम व अन्य ग्रामीण भी यमुना पर पहुंच गए है।
दसवीं कक्षा की छात्रा आशा की तलाश की जा रही है।
परिजनों ने पांच निजी गोताखोर बुलाए है। मुरथल थाने से एएसआई संदीप कुमार की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने प्रशासन को अवगत कराकर चार गोताखोर भेजने को कहा है। किशोरी की तलाश की जा रही है।