जींद। कुरुक्षेत्र के गांव मरछेड़ी से पीर के दर पर मंगल कामना के लिए जा रहे 17 श्रद्धालुओं को एक सड़क हादसे में जान गंवानी पड़ी। हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई और 9 घायल हो गए।
नरवाना के बिधराना गांव के पास, जहां श्रद्धालु एक टाटा मैजिक में सवार थे, एक लकड़ी से भरे ट्रॉले ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी। हादसा रात के समय हुआ, जिससे बचाव कार्य में मुश्किलें आईं। गाड़ी में टक्कर लगते ही चीख-पुकार मच गई और घायल लोग दर्द से कराह उठे। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने मौके पर 8 एंबुलेंस भेजी और सभी घायलों को नागरिक अस्पताल नरवाना पहुंचाया। हादसे में साथ लाए गए खाने-पीने का सामान भी चारों ओर बिखर गया।
प्रीतम का अनुभव
गाड़ी में सवार एकमात्र व्यक्ति प्रीतम, जो गांव मरछेड़ी का निवासी है, घायल नहीं हुआ। उसने बताया कि जब वे बिधराना गांव के पास पहुंचे, तो उसने गाड़ी रुकवाकर सीट बदली। अचानक जोरदार धमाके के बाद वह गाड़ी से गिर गया और गाड़ी गड्ढे में जा गिरी। उसने गाड़ी से नीचे गिरने के बावजूद खुद को सुरक्षित पाया।
परिजनों की त्रासदी
13 वर्षीय लवली उर्फ सुखदेव अपनी मामी के साथ गोगामेड़ी पूजा के लिए जा रहा था। उसके परिवार में दो भाई और हैं, जो सेलर में काम करते हैं। सुखदेव के भाई ने बताया कि वे कभी नहीं सोचते थे कि ऐसा बड़ा हादसा होगा।
मृतक जयपाल के दो बेटे और एक बेटी है। वह खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते थे। गुलजार, जो हलवाई का काम करके परिवार का खर्चा उठाते थे, गोगामेड़ी जा रहे थे। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। गुलजार घर के एकमात्र कमाने वाले थे।
एसडीएम का दौरा और मेडिकल सहायता
एसडीएम दलजीत सिंह ने अस्पताल पहुंचकर मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि हादसे की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल की ओर से किसी भी प्रकार की समस्या की सूचना तुरंत देने को कहा। रात को चार चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई थी, और सुबह दो चिकित्सकों ने शवों का पोस्टमार्टम किया। घायलों को उचित चिकित्सा के लिए मेडिकल कॉलेज अग्रोहा रेफर किया गया।