कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा का एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में नाम आने से राजनीति गरमा गई है। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने वीरवार को एक्शन लेते हुए ईएमएएआर एमजीएफ और सन स्टार ग्रुप की 1128.22 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की है। इसी केस में हुड्डा का भी नाम आया है। जिसको लेकर भूपेंद्र हुड्डा ने सफाई दी है।
विधानसभा चुनाव से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में अचानक कार्रवाई पर राजनीति गरमा गई है। मामले में अपना नाम पर आने पर पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह पुराना केस है। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। जिस एफआईआर में नाम बताया जा रहा है, वह काफी पुराना मामला है।
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में की कार्रवाई
ईडी ने वीरवार को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में कार्रवाई करते हुए ईएमएएआर, एमजीएफ और सन स्टार ग्रुप की 1128.22 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की है। इनमें ईएमएएआर ग्रुप की 501.13 करोड़, एमजीएफ डेवलपमेंटस की 332.69 करोड़ और सन स्टार ओवरसीज की 294.19 करोड़ की प्रापर्टी शामिल है।
सस्ते दामों पर जमीन हथियाने का आरोप
आरोप है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री के साथ मिलीभगत कर आरोपित कंपनियों ने नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के अधिकारियों की मदद से सस्ते दामों पर जमीन हथिया ली थी। इस वजह से न केवल लोगों, बल्कि सरकार को भी नुकसान हुआ था।