HARYANA VRITANT

सोनीपत में बिजली कर्मियों ने खंभे पर से जज के आवास की बिजली काट दी। चपरासी का कहना है कि बिजली कर्मियों ने यह गलत काम किया है, उन्होंने सरकारी काम में बाधा डाली है। जिससे की सरकारी कार्य करने में भी देरी हुई है।

सोनीपत में जज के आदेश पर SDO कार्यालय सील।

सोनीपत के खरखौदा शहर में रोहतक मार्ग पर स्थित लघु सचिवालय के पीछे बने सब डिविजनल जूनियर मजिस्ट्रेट (एसडीजेएम) के सरकारी आवास की बिजली काटे जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि बिजली निगम के कर्मचारियों ने एसडीजेएम विक्रांत के आवास की बिजली काट दी। इस घटना के बाद न्यायिक आवास परिसर में काम करने वाले चपरासी की शिकायत पर पुलिस ने दो बिजली कर्मचारियों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

एसडीजेएम विक्रांत के आवास पर तैनात

चपरासी अनिल ने बताया कि वह एसडीजेएम विक्रांत के आवास पर तैनात है। गुरुवार रात, सुरक्षा में तैनात एसपीओ वीरेंद्र ने उन्हें कॉल करके बताया कि दो बिजली कर्मी गेट पर आए हैं और अंदर जाने की मांग कर रहे हैं। चपरासी ने एसपीओ को उन्हें अंदर जाने से मना करने को कहा, लेकिन इसके बाद बिजली कर्मचारियों ने गार्ड से फोन लेकर कहा कि ऊपर से आवास की बिजली काटने के आदेश मिले हैं।

एसडीजेएम के आवास की बिजली काट दी

कुछ समय बाद, बिजली कर्मचारियों ने खंभे से एसडीजेएम के आवास की बिजली काट दी। चपरासी अनिल का कहना है कि यह कार्रवाई गलत थी और इससे सरकारी कार्यों में बाधा आई। उनकी शिकायत पर पुलिस ने दोनों बिजली कर्मियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

कार्यालय को सील करने के आदेश

मामला तब सामने आया जब न्यायाधीश विक्रांत ने एक मामले की सुनवाई के बाद सैदपुर पावर हाउस में एसडीओ के कार्यालय को सील करने के आदेश दिए थे। इसके बाद रात में उनके आवास की बिजली काट दी गई।

एसडीओ रवि कुमार ने इस मामले पर कहा कि

बिजली निगम के एसडीओ रवि कुमार ने इस मामले पर कहा कि चपरासी को गलतफहमी हुई है। उनका दावा है कि फीडर लाइन में करंट लौट रहा था, इसलिए बिजली कर्मी जांच कर रहे थे और बिजली काटने का कोई आदेश नहीं था।