HARYANA VRITANT

कुरुक्षेत्र/इस्माईलाबाद। जिले में अभी तक धान की फसल के अनुरूप बारिश न होने से किसानों को चिंता सताने लगी है। किसानों का मानना है कि यदि समय रहते बारिश न हुई तो उनकी धान की फसल में लागत बढ़ जाएगी। क्योंकि धान की फसल को ज्यादा पानी की जरूरत होती है।

सांकेतिक तस्वीर

अच्छी बरसात न होने से धान रोपाई पर भी असर पड़ने लगा है। धान की रोपाई होने के बाद अब धान को पानी की ज्यादा जरूरत है, लेकिन झमाझम बारिश न होने से किसानों के चेहरों पर भी मायूसी है। किसान बलदेव, अनिल कुमार, प्रदीप ने बताया कि इस बार झमाझम बारिश नहीं हुई है, जिससे धान की फसल को फायदा मिले, जबकि पिछले साल दो जुलाई को अच्छी बारिश होने पर धान की फसलों को फायदा मिला था लेकिन इस बार 11 जुलाई बीत जाने के बाद भी अच्छी बारिश नहीं हो पाई है। बारिश की बाट जोह रहे लोग इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए कई गांवों में भंडारे भी कर रहे हैं, ताकि अच्छी बारिश हो सके।

उमस भरी गर्मी से परेशान रहे लोग

दो दिन पूर्व हुई हल्की बारिश के बाद अब फिर तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। सुबह से धूप खिलने के कारण बढ़े तापमान के चलते गर्मी बढ़ गई। लोग पूरे दिन उमस भरी गर्मी से परेशान रहे। वीरवार को जिले का अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर मौसम के जानकार आगामी दिनों में मौसम में परिवर्तन होने की बात कह रहे हैं। वीरवार को पूरे दिन उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे। दोपहर को तेज धूप होने के चलते राहगीरों की आवाजाही पर भी असर पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार कल मौसम में बदलाव होने की संभावना बनी हुई है, जिसके चलते अल सुबह हल्की बूंदाबांदी होने के आसार बने हुए है। जबकि उमस भरी गर्मी का असर जारी रहने की संभावना है।