Hisar News हरियाणा में धान खरीद प्रक्रिया में सुधार के बावजूद, किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मंडियों में धान की आवक तेजी से बढ़ रही है, जबकि उठान धीमा है, जिसके परिणामस्वरूप किसानों की फसलें सड़कों पर बिखरी हुई हैं। प्रशासन इस व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रयासरत है, और अब तक कैथल जिले की मंडियों में डेढ़ लाख धान के बैग का उठान किया जा चुका है।
व्यवस्था में सुधार
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा विधायकों के मंडियों के दौरे के बाद धान खरीद प्रक्रिया में सुधार देखा गया है। इसके बावजूद, किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनकी फसलें मंडियों और सड़कों पर बिखरी हुई हैं। प्रशासनिक अमला व्यवस्था को सुधारने में लगा हुआ है।
धान खरीद में रुकावट
रविवार को कैथल में धान के डेढ़ लाख कट्टों का उठान हुआ, जबकि अब तक 35 लाख 39 हजार 790 क्विंटल धान की आवक हुई है। इनमें से 17 लाख 53 हजार 280 क्विंटल धान का उठान किया जा चुका है। कुरुक्षेत्र जिले की अनाज मंडियों में चार लाख 33 हजार 550 क्विंटल धान का उठान हुआ है, लेकिन अभी तक केवल 2 लाख 63 हजार 650 क्विंटल की खरीद की गई है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे धान को सुखाकर मंडियों में लेकर आएं, ताकि उन्हें फसल बेचने में कोई कठिनाई न हो। करनाल जिले में अब तक दो लाख 72 हजार 823 टन धान की आवक हो चुकी है। अंबाला जिले में 2 लाख 44 हजार 922 टन धान की आवक हुई है, लेकिन केवल 32 हजार 280 टन का ही उठान हुआ है।
सीमाओं पर सुरक्षा
हरियाणा की अनाज मंडियों में उत्तर प्रदेश से धान की आवक पर रोक लगाने के लिए नाके लगाए जाएंगे। यह कदम उन किसानों के लिए है, जो अलग-अलग रास्तों से धान लेकर आते हैं। केवल ‘मेरी फसल- मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों का ही धान खरीदा जाएगा।
मूंग की खरीद में समस्या
हिसार जिले की अनाज मंडियों में मूंग की आवक तेजी से हो रही है, लेकिन सरकारी खरीद का आदेश नहीं आया है। इससे किसानों को मूंग प्राइवेट में बेचना पड़ रहा है, जहां उन्हें कम कीमत मिल रही है। इस कारण किसानों में रोष है, और फसलों की पूरी वेरिफिकेशन न होने के कारण कई किसान बिना गेट पास के लौट रहे हैं।