भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे शारीरिक शोषण के आरोपों की जांच के लिए बनाई गई कमेटी के एक सदस्य पर तथ्य लीक करने का आरोप लगा है। पहलवान विनेश फोगाट ने इसे लेकर एक ट्वीट किया है। फोगाट ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को ट्वीट में टैग करते हुए कहा कि यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए बनाई गई दोनों कमेटियों में शामिल एक सदस्य सबूत लीक कर रहा है। उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे कमेटी से तुरंत बाहर किया जाना चाहिए। गौर करने वाली बात यह है कि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन और खेल मंत्रालय द्वारा बनाई गई कमेटियों में हरियाणा के एकमात्र खिलाड़ी योगेश्वर दत्त ही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बिना नाम लिए विनेश फोगाट ने योगेश्वर दत्त पर हमला बोला है।
ओवरसाइट कमेटी के सदस्य का ऐसा व्यवहार बेहद निराशाजनक : फोगाट
विनेश फोगाट ने लिखा, ‘मुझे हाल ही में पता चला है कि ओवरसाइट कमेटी का एक खिलाड़ी सदस्य कथित तौर पर कल से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स को पढ़ते हुए यौन उत्पीड़न की शिकायत की सामग्री को लीक कर रहा है। एक खिलाड़ी होने के नाते यह देखना बेहद निराशाजनक है कि ओवरसाइट कमेटी के एक साथी खिलाड़ी सदस्य ने इतनी लापरवाही से व्यवहार किया है। महिलाओं के प्रति उनका रवैया इस तरह के व्यवहार से स्पष्ट होता है।‘
न्यायपूर्ण जांच होनी चाहिए थी, आरोपी सदस्य के खिलाफ तुरंत कार्रवाई हो : विनेश
महिला पहलवान ने आगे लिखा, ‘यह और भी भयावह है कि यह खिलाड़ी डब्ल्यूएफआई के उच्च पदस्थ पदाधिकारियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली दोनों समितियों का सदस्य है। इस सब ने समिति की कार्यवाही के प्रति गहरा अविश्वास पैदा किया है। मैं इस समिति के सदस्य के न केवल कमजोर बल्कि रणनीतिक प्रयासों से निराश महसूस कर रहा हूं कि एक निष्पक्ष और न्यायपूर्ण जांच होनी चाहिए थी। मैं अनुरोध करती हूं कि सदस्य के खिलाफ इस तरह से अपने पद का उपयोग करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें तुरंत समिति से हटा दिया जाए।‘
फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष को मिल रहा आरोपी सदस्य का समर्थन : फोगाट
विनेश फोगाट ने आगे लिखा कि, ‘चिंता केवल इस जांच की कार्यवाही तक ही सीमित नहीं है, क्योंकि मुझे यकीन है कि पूर्व अध्यक्ष को इस सदस्य का समर्थन मिल रहा है। यह सदस्य पहले दिन से महिलाओं के हितों के खिलाफ काम कर रहा है। समिति की कार्यवाही के दौरान इस खिलाड़ी द्वारा प्रदर्शित सहानुभूति की कमी और असंवेदनशीलता चौंकाने वाली थी। मैं अनुरोध करती हूं कि इस मामले की जांच की जाए और सभी आवश्यक कार्रवाई तुरंत की जाए।‘