फतेहाबाद में सोमवार शाम को आई बारिश के कारण अनाज मंडियों में धान की बोरियां भीग गई। इसके अलावा खुले में पड़े होने के कारण धान की ढेरियां भी भीगी हैं। इस कारण अब धान की निजी खरीद के लिए भी किसानों को और इंतजार करना पड़ेगा।

  • बारिश के बाद चली ठंडी हवाओं के कारण फतेहाबाद में धुंध तो नहीं छाई, लेकिन ठंड बढ़ गई है। फतेहाबाद में यह बारिश गेहूं से लेकर हर प्रकार की फसलों के लिए फायदेमंद बताई जा रही है।
  • वहीं, दूसरी और अनाज मंडी में अभी भी बाढ़ ग्रस्त इलाके की धान आ रही है, जो बारिश के कारण भीग गई और धान की फसल में नमी बढ़ गई है। जिसके चलते किसानों को धान बेचने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।

गौरतलब है कि धान की सरकारी खरीद 25 नवंबर से बंद हो चुकी है और किसान पहले से परेशान थे। अब उनको धान सुखाने के लिए और समय चाहिएगा।

  • सरकारी खरीद बंद होने के बाद निजी खरीदारों को बेचने पर किसानों को 400 रुपये से लेकर 900 रुपये तक प्रति क्विंटल नुकसान हो रहा है।