अलीगढ़ शहर में बड़ी समस्या बन चुके कुत्तों की नसबंदी शुरू हो गई है। नगर निगम ने मैसर्स दक्ष फाउंडेशन को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। इसके लिए क्वार्सी चौराहे से आगे जमालपुर बाईपास के पास नगर निगम की जमीन पर एक आश्रय स्थल बनाया गया है। जहां नसबंदी के दौरान कुत्तों को रखने का इंतजाम किया गया है। उनके लिए पिंजड़े बनवाए गए हैं।
- कुत्तों के काटने से एक बच्चे और एक एएमयू कर्मी की मौत के बाद से लगातार इस संबंध में ठोस कार्रवाई करने की मांग हो रही थी। नगर आयुक्त अमित आसेरी ने सोमवार को इसकी समीक्षा करते हुए उप नगर आयुक्त ऋतु पूनिया को रोजाना कुत्तों की नसबंदी की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि इनकी संख्या पर रोक लगाई जा सके।
वर्तमान में शहर में हर गली, हर सड़क और हर चौराहे पर कुत्तों का खौफ है। कुत्तों के संबंध में कोई भी शिकायत 830389 2488 नंबर पर की सकती है।
- इसी क्रम में नगर आयुक्त अमित आसेरी ने निराश्रित गोवंश के लिए चलाए जा रहे अभियान की भी समीक्षा की। उन्होंने उप नगर आयुक्त ऋतु पूनिया को गोशाला में चारे, स्वास्थ्य परीक्षण, टीकाकरण की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा में बताया गया कि कान्हा गोशाला में 340 और नंदी गोशाला में 200 गोवंश की क्षमता है। वर्तमान में कान्हा गोशाला में 351 और नंदी गोशाला में 268 गोवंश है। निराक्षित गोवंश को आश्रय देने के लिए पशु चिकित्सा व कल्याण अधिकारी के नेतृत्व में चार वाहन और 12 कर्मचारियों की टीमों द्वारा रोजाना अभियान चलाया जा रहा है।