चंडीगढ़: शहर में व्हीकल पार्किंग एक बड़ा इश्यू है। शहर में वाहन ज्यादा हो गए हैं और पार्किंग स्पेस कम है। शहर में मार्केट्स की पार्किंग ज्यादातर समय में फुल रहती है। ऐसे में सड़क पर वाहन खड़े करने पर चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस चालान के साथ वाहनों को ट्रेन से उठाकर ले जाती है।
सेक्टर-11 की मार्केट में 100 करोड़ रुपये की लागत से अंडरग्राउंड पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। इस अंडरग्राउंड पार्किंग में 220 अतिरिक्त वाहन खड़े हो सकेंगे। अभी जो बाजार के सामने सरफेस पार्किंग है उसमें कुल 80 वाहन ही पार्क होते हैं। इस वजह से मार्केट में पार्किंग और जाम की दिक्कत दिनभर रहती है।
चंडीगढ़ मास्टर प्लान 2031 के अनुसार
सेक्टर-11 में मार्डन मार्केट बनाई जाएगी और ग्रीन कवर एरिया भी बढ़ेगा। अंडरग्राउंड पार्किंग बनने के बाद ऊपर का एरिया नो व्हीकल जोन बना दिया जाएगा। इससे पैदल चलने के लिए लोगों को ज्यादा स्पेस मिलेगा।
मार्केट एसोसिएशन कर रही पार्किंग का विरोध
मार्केट एसोसिएशन का दावा है कि कुछ रेजिडेंट्स भी इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। वहीं नगर निगम के अनुसार स्टेक होल्डर्स से भी राय ली जा रही है। नगर निगम की मजबूरी है कि व्यापारी और रेजिडेंट्स को इस प्रोजेक्ट के लिए तैयार करना है। इस प्रोजेक्ट के लिए नगर निगम ने सलाहकार भी नियुक्त किया है।
मेडिकल हब बनी सेक्टर-11 की मार्केट
इस समय सेक्टर-11 की मार्केट इसलिए अहम बन गई है क्योंकि यह मेडिकल हब बन गया है। यहां पर कई लैब, एमआरआइ, सीटी स्कैन के अलावा कई महत्वपूर्ण टेस्ट सेंटर हैं। मार्केट में एक दर्जन से ज्यादा मेडिकल शाप्स हैं। इस मार्केट में दवा हब होने के कारण सबसे ज्यादा जीएसटी यहां से प्रशासन को जाता है।