हरियाणा में आशा वर्कर यूनियन ने अपनी मांगों के संबंध में की जाने वाली हड़ताल को लेकर अस्पताल परिसर में धरना कर डिप्टी सीएमओ डॉक्टर बुधराम को चेतावनी नोटिस सौंपा है.
प्रधान ने बताया कि प्रदेश भर में आशा वर्कर के काम कई गुना ज्यादा बढ़ गए हैं. पिछले 5 साल से आशा वर्कर के मानदेय में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है.
तमाम आशा वर्कर का मानसिक व आर्थिक शोषण सरकार की ओर से किया जा रहा है. लगातार सरकार आशा वर्कर की अनदेखी कर रही है.
प्रदेश की तमाम आशा वर्कर्स ने सरकार की नीति और विभाग के दबाव से परेशान होकर 3 दिन की हड़ताल करके जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है.
आशा वर्करों की मांगे:-
- आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया जाए और न्यूनतम 26000 रुपये वेतन दिया जाए.
- आशा वर्करों को स्थाई कर्मचारी बनाया जाए.
- आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय एवं प्रोत्साहन राशि को महंगाई भत्ते से जोड़ा जाए.
- आशा कार्यकर्ताओं को ईएसआई/ पीएफ और सेवानिवृत्ति लाभ सहित सभी सामाजिक सुरक्षा लाभ दिए जाने चाहिए.
- श्रमिकों को अनुभव एवं योग्यता के आधार पर पदोन्नति दी जाए.
- आशा कार्यकर्ताओं को उपकेंद्र पर बैठने व सामान रखने की जगह सुनिश्चित की जाए. जिन गांवों में उपकेंद्र नहीं हैं, वहां आशा केंद्र खोले जाएं.