HARYANA VRITANT

सोनीपत के गांव सबोली में ट्रांसपोर्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस दौरान फायरिंग में उसका भतीजा बाल बाल बच गया। सबौली के रहने वाले हरिश ने पुलिस को बताया कि वह रविवार की रात अपने चाचा अमरजीत उर्फ मोनू के साथ इलेक्ट्रोनिक स्कूटी पर सवार होकर नेरेला खाना लेने जा रहे थे। शिकायत पर पुलिस ने पांच युवकों को नामजद किए है।

सांकेतिक तस्वीर

हमलावर गांव के ही रहने वाले थे। उनका एक साथी झज्जर का रहने वाला है। फिलहाल मृतक के भतीजे की शिकायत पर पुलिस ने पांच युवकों को नामजद किया है।

चाचा की मौत पर भतीजे ने दिया बयान “गांव में ही तीन राउंड से हुई मौत”…

सबौली के रहने वाले हरिश ने पुलिस को बताया कि वह अपने रविवार की रात अपने चाचा अमरजीत उर्फ मोनू के साथ इलेक्ट्रोनिक स्कूटी पर सवार होकर नेरेला खाना लेने जा रहे थे। जब जहाज वाली कोठी मुख्लयार के मकान के सामने पहुचे तो नरेला सबौली रोड पर एक कार रोड पर नाथुपुर की तरफ मुह किए खड़ी थी। 

इसमें ड्राइवर सीट पर गांव का गोलू बैठा था और उसके साइड वाली सीट पर सीटू का दोस्त बैठा था, और पीछे वाली सीट पर गोलु के पीछे आशीष उर्फ बाली बैठा था साथ में झज्जर के गांव लडरावण का मुकेश उर्फ सीटू बैठा था।

गांव में ही मारी गईं गोली, अस्पताल में दम तोड़ा

गोलू ने आवाज देकर उन्हें रुकवाया स्कूटी वह चला रहा था। जबकि अमरजीत पीछे बैठा था। गोलु और अमरजीत का ट्रासपोर्ट का काम है। गोलू ने कहा कि तु मेरे काम में ज्यादा दखलअंदाजी देता है मैने तुझे पहले भी समझाया था तु अकेला ट्रासपोर्टर बनना चाहता है जो कार में बैठे चारो युवक अमरजीत को गाली देने लगे और देख लेने की बात करने लगे।

इतनी देर में वह वापस मुड कर जाने लगे तो गोलू ने कहा सीटू मार गोली तो सीटू ने कार से नीचे उत्तर कर पिस्टल तीन फायर किए। एक गोली हरीश के कान के पास से गई।

एक गोली दाहिनी तरफ पीछे से कंधे के नीचे अमरजीत की कमर में लगी। जिसके बाद आरोपित भाग गए। अमरजीत को अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।