नए साल में वन्य प्राणी विभाग के लघु चिड़ियाघर में घूमना पांच गुना महंगा हो सकता है। विभाग ने चिड़ियाघर में भ्रमण के लिए तय टिकट शुल्क में बदलाव की तैयारी की है। इसे मुख्यालय से मंजूरी मिलना शेष है। मंजूरी मिलने पर चिड़ियाघर में प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क करीब 50 रुपये हो जाएगा। कोविड के बाद से लघु चिड़ियाघर को बेहतर बनाते हुए यहां रेप्टाइल हाउस भी बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया है।
कोविड के बाद से वन्य प्राणी विभाग लघु चिड़ियाघर को बेहतर बनाने में जुटा है। इसी कड़ी में यहां तीन वर्षों में न केवल नए वन्य प्राणी लाए गए हैं, बल्कि उनके रहने के लिए बेहतर व्यवस्था भी की गई है। वन्य प्राणियों को देखने आने वालों के लिए सड़क, धूप से बचाव की हट, पेयजल व्यवस्था भी दुरुस्त की जा रही है। इन सुविधाओं के बदलते फिलहाल बच्चों से पांच व बड़ों से 10 रुपये शुल्क वसूला जाता है। बढ़ती सुविधाओं व भीड़ को देखते हुए यह शुल्क बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। यह शुल्क करीब पांच गुणा तक बढ़ाने की तैयारी है।
चिड़ियाघर में नया रेप्टाइल हाउस बनाने की तैयारी की है। फिलहाल यहां छह मगरमच्छ हैं। इनके लिए चिड़ियाघर के अंत में बाड़ा बनाया गया है।
इसे बेहतर बनाकर यहां मगरमच्छ के अलावा घड़ियाल भी लाए जाएंगे। इसी के साथ कछुए भी आएंगे। इनके रहने के लिए मगरमच्छ के बाड़े के साथ ही 80 वर्ग गज में नया बाड़ा बनाया जाएगा। इसके अलावा सांप की विभिन्न प्रजातियां भी देखने को मिलेंगी। इसमें कोबरा, रसल वाइपर, अजगर व अन्य सांप शामिल हैं।
चिड़ियाघर में नए बाड़े तैयार किए जार रहे हैं। नए वर्ष में जेब्रा और कंगारू लाए जाएंगे। बेहतर व्यवस्था के लिए भी योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसी कड़ी में शुल्क बढ़ाना भी शामिल है। यह प्रपोजल भी रेप्टाइल हाउस के साथ मंजूरी के लिए मुख्यालय भेजा गया है। -देवेंद्र हुड्डा, निरीक्षक, चिड़ियाघर, वन्य प्राणी विभाग।