रोधी खाप के प्रधान रामनिवास शर्मा ने बताया कि वे पहलवान बजरंग पूनिया से मिले थे। बजरंग पूनिया ने ही खाप पंचायत बुलाने के लिए कहा। पंचायत के दौरान एक-एक कर सभी खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि यह फैसला खाप के स्तर का नहीं है। कुश्ती संघ की ओर से फैसला लिया गया है। ऐसे में खापों को इसमें दखल नहीं देना चाहिए।

पहलवान बजरंग पूनिया


चीन में होने वाले एशियाई खेलों में बिना ट्रायल पहलवान बजरंग पूनिया के चयन के मामले में शनिवार को अर्बन एस्टेट स्थित जाट धर्मशाला में खापों की पंचायत हुई। इसमें प्रदेश भर से खाप प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। पंचायत में बजरंग पूनिया और विशाल नहीं पहुंचे। पंचायत में फैसला होना ताे दूर, हाथापाई की नौबत आ गई।

खाप पंचायतों ने इस विवाद से किनारा करते हुए कुश्ती संघ पर ही फैसला छोड़ दिया। इसी विवाद को लेकर 24 अगस्त को भी खाप पंचायत हुई थी। तब भी सहमति नहीं बन पाई थी। विवाद पहलवान बजरंग पूनिया व सिसाय गांव निवासी पहलवान विशाल को एशियाइ खेलों में भेजने पर है।

प्रतिनिधियों ने कहा कि यह फैसला खाप के स्तर का नहीं


विशाल की रोघी खाप की ओर से पंचायत बुलाई गई थी। रोधी खाप के प्रधान रामनिवास शर्मा ने बताया कि वे पहलवान बजरंग पूनिया से मिले थे। बजरंग पूनिया ने ही खाप पंचायत बुलाने के लिए कहा। पंचायत के दौरान एक-एक कर सभी खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि यह फैसला खाप के स्तर का नहीं है।

कुश्ती संघ की ओर से फैसला लिया गया है। ऐसे में खापों को इसमें दखल नहीं देना चाहिए। यह व्यक्तिगत मामला है। इसको लेकर सर्वखाप के प्रवक्ता सूबे सिंह समैण की भी कुछ लोगों के साथ कहासुनी हो गई। इसके बाद रोघी खाप के साथ आए पहलवान विशाल के बड़े भाई कृष्ण ने पहलवान बजरंग पूनिया के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

खापों के लोगों के बीच कहासुनी चलती रही। कुछ देर बाद युवाओं में हाथापाई की नौबत आ गई। राेघी खाप के लोगों का कहना है कि पहलवान बजरंग पूनिया और विशाल 65 किलोग्राम भार वर्ग में मुकाबला कर रहे हैं। बजरंग पूनिया को बिना ट्रायल ही प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भेजा जा रहा है।

पंचायत की अध्यक्षता कर रहे कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला ने कहा कि खापें इस मामले से दूर हट गई हैं।