HARYANA VRITANT

अंबाला ,छावनी सबसे पुरानी टिंबर मार्केट में नगर परिषद को अतिक्रमण उठाना भारी पड़ा। शुक्रवार को जब स्थानीय लोगों की शिकायत पर नगर परिषद की टीम टिंबर मार्केट में दुकान से बाहर रखा सामान उठा रही थी कि व्यापारियों ने विरोध शुरू कर दिया।

सांकेतिक तस्वीर

इस पर काफी देर तक व्यापारियों के कड़े विरोध का नगर परिषद सचिव को भी सामना वापिस करना पड़ा। मामला चल ही रहा था कि वहां से गुजर रहीं कांग्रेस नेत्री चित्रा सरवारा मौके पर पहुंची। उन्होंने व्यापारियों की बात सुनी और नगर परिषद की टीम से बात की।
टीम ने बताया ये कार्रवाई उच्चाधिकारियों के आदेश पर हो रही है। मामला बढ़ने पर चित्रा सरवारा व्यापारियों के साथ एसडीएम और नगर परिषद प्रशासक सतिंद्र सिवाच के कार्यालय पहुंच गई। व्यापारियों का पक्ष रखने पर एसडीएम ने दो टूक कहा कि अतिक्रमण तो हटाना ही होगा। इस पर चित्रा सरवारा ने कहा कि पहले व्यापारियों का स्थान दें, उसके बाद ऐसी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करें। यहां काफी देर तक दोनों में बातचीत हुई। आखिर में एसडीएम से व्यापारियों दो दिन का समय मांगा, जिससे कि वे अपनी लकड़ी उठा सकें। इस पर एसडीएम भी तैयार हो गए और व्यापारियों दो दिन का समय दे दिया।
व्यापारियों को नहीं दिया नोटिस
कांग्रेस नेत्री चित्रा सरवारा ने बताया कि यह टिंबर मार्केट दशकों से बसी है। यह वर्ष 1945 से भी पहले की है। यहां नगर परिषद के कर्मचारी व्यापारियों का सामान उठा रहे थे। मौके पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं था। सड़कों पर जो मार्किंग हो रखी है, उससे अंदर व्यापारियों की लकड़ियां रखी थीं। प्रशासन ने कोई नोटिस नहीं दिया। इसमें प्रशासन ने बताया कि मुनादी कराई है। चित्रा ने बताया कि यह मामला पहले भी हो चुका है।
ऐसे में सभी स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एसडीएम से बात की है। हमने उन्हें बताया है कि यह दशकों पुरानी मार्केट है। जब तक इन व्यापारियों को स्थायी समाधान नहीं देते हैं तब तक इन्हें यहां क्यों प्रभावित कर रहे हैं। इस प्रकार अनाज मंडी शहर से बाहर गई है। उस प्रकार प्रशासन टिंबर मार्केट का भी प्रावधान कर सकता है। व्यापारियों ने किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया है। प्रशासन से हमने कहा है कि पहले सर्वे कर लें। प्रशासन से अपील है कि किसी तरह से उन्हें हटाने या उखाड़ने का प्रयास न करें। इस मामले पर जो भी फैसला किया जाए उसमें व्यापारियों का हित देखकर भी मध्य का रास्ता निकाला जाए।
आठ माह पहले भी हुई थी कार्रवाई
इससे मामले से करीब आठ माह पहले भी नगर परिषद ने टिंबर मार्केट में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था। उस समय भी व्यापारियों की लकड़ियां जब्त की गईं थी और उन्हें चेतावनी भी दी गई थी। नगर परिषद प्रशासन का कहना है कि इसके बावजूद कुछ ही महीनों में व्यापारियों ने फिर से लकड़ियां सड़क के पास रखकर यहां पर अतिक्रमण कर लिया। गौरतलब है कि अंबाला छावनी के बाजारों में जब जब नगर परिषद ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया है तब तब उन्हें स्थानीय व्यापारियों व दुकानदारों के विरोध का सामना करना पड़ा है।

जाम में फंसने की रहती है शिकायत
इस कार्रवाई के पीछे स्थानीय लोगों की शिकायत भी है कि लकड़ियां सड़क के पास होने से उन्हें आने जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ऐसे में नगर परिषद के पास भी लोग शिकायतें करते हैं। मगर अतिक्रमण का यह मामला सिर्फ लक्कड़ मंडी से ही जुड़ा नहीं है बल्कि अंबाला छावनी में ऐसे कई बाजार हैं जहां पर अतिक्रमण के कारण लोगों का निकलना भी मुश्किल हो जाता है। कुछ जगह तो ऐसी स्थिति है कि लोग सड़क पर भी वाहन भी खड़े कर देते हैं।
वर्जन
इस मामले में अतिक्रमण की शिकायत मिली थी। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर टिंबर मार्केट टीम गई थी। यहां शिकायत सही पाई गई। पहले व्यापारियों को सामान हटाने की हिदायत दी गई, जब उन्होंने सामान नहीं हटाया तो कुछ लकड़ी के लट्ठे जब्त किए थे जो कि व्यापारियों के आश्वासन के बाद लौटा दिए हैं। व्यापारियों को सामान हटाने के लिए दो दिन का समय दिया है।
-राजेश कुमार, सचिव, नगर परिषद1