मई माह में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से इस बार लू का प्रकोप देखने को नहीं मिला. बारिश से जमीन में नमी के कारण जून में भी भीषण गर्मी पड़ने के आसार नहीं हैं. पहले सप्ताह में तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है क्योंकि 6 जून को फिर से सक्रिय होने की संभावना है. हालांकि, 20 जून के आसपास प्री- मानसून बारिश की संभावना है.

  • पिछले सालों का रिकॉर्ड देखें तो जून के महीने में अधिकतम तापमान 47.0 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है. हालांकि, यह स्थिति 20 जून से पहले तक बनी हुई है. इसके बाद, प्री- मानसून के कारण तापमान फिर नीचे चला जाता है.
  • प्री- मानसून बारिश से पहले पश्चिमी विक्षोभ बनने की संभावना है, जिससे मौसम में उतार- चढ़ाव बना रहेगा. जून में ज्यादा गर्मी नहीं पड़ेगी.

बता दें कि पूरा मई का महीना भी बरसात की गतिविधियों से भरा रहा. एक से एक कई बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए जिससे तापमान में इजाफा देखने को नहीं मिला. हालांकि, मई के कुछ दिन ऐसे रहे जब तापमान 40 डिग्री के पार हरियाणा का चला गया. उसके बाद, तापमान 35 डिग्री से नीचे ही रहा. ऐसे में मई माह में लोगों को गर्मी से काफी हद तक राहत मिली है.

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