अंबाला सिटी। लंबित भुगतान सहित अन्य मांगों के लिए प्रदेश की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने रविवार से आयुष्मान भारत और चिरायु कार्डधारकों का उपचार नहीं करने का फैसला लिया है। इससे अंबाला के चार लाख से अधिक लाभार्थियों की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है।
एक अर्से से आईएमए एसोसिएशन के पदाधिकारी निजी अस्पतालों के आयुष्मान भारत के तहत लंबित भुगतान के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया गया। इसके चलते एसोसिएशन ने कड़ा रुख अपनाया है। आईएमए के अधिकारियों के अनुसार 30 मार्च तक निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्डधारकों का उपचार नहीं किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग निदेशालय ने आईएमए के अधिकारियों से बातचीत शुरू कर दी है और 30 अप्रैल तक सारा बकाया देने का आश्वासन दिया है। रविवार को इस फैसले का कुछ खास असर दिखाई नहीं दिया, क्योंकि छुट्टी के चलते अधिकतर अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद रही। सोमवार से निजी अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ती दिखाई दे रही है।
अंबाला में चार लाख से अधिक लाभार्थी
जिला अंबाला में आयुष्मान भारत के तहत चार लाख 85 हजार कार्ड धारकों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। हालांकि जिले में कुल लाभार्थियों की संख्या छह लाख से अधिक है, लेकिन उनमें से 80 फीसद लाभार्थियों के कार्ड बने हैं। इन पर लगातार काम किया जा रहा है।
फैसले को दिया साथ : डाॅ. सारवाल
अंबाला शहर आईएमए अध्यक्ष डाॅ. अशोक सारवाल ने बताया कि लंबे समय से भुगतान नहीं हुआ है। इसके लिए एसोसिएशन ने प्रदेशस्तर पर यह फैसला लिया है। इसके चलते उन्होंने भी एसोसिएशन के आह्वान पर इसका साथ देने का निर्णय लिया है।
भुगतान में देरी से परेशानी : डाॅ. विवेक
छावनी के आईएमए अध्यक्ष डॉ. विवेक मल्होत्रा ने बताया कि सरकार ने आयुष्मान के तहत लाभार्थियों के स्तर को बढ़ा दिया है। लेकिन अभी तक डॉक्टरों को उसका लाभ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि सरकार कई बार उपचार के लिए जो भुगतान करती है उसमें कई बार कटौती कर देती है। उसे भी बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आईएमए के आह्वान पर सभी निजी अस्पताल 30 मार्च तक आयुष्मान धारकों को उपचार नहीं दिया जाएगा।
निदेशालय की ओर से आईएमए अधिकारियों के साथ बातचीत हुई है। इसमें निदेशालय ने आईएमए को 30 अप्रैल तक बकाया भुगतान का आश्वासन दिया है। अभी तक हमारे पास किसी भी मरीज की शिकायत नहीं आई है। यदि इस संबंध में किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
डाॅ. सुखप्रीत सिंह, नोडल अधिकारी आयुष्मान भारत अंबाला