- बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट सहित देश के शीर्ष पहलवान रविवार को विरोध प्रदर्शन के लिए फिर से जंतर मंतर पहुंचे और सरकार से डब्ल्यूएफआई (भारतीय कुश्ती महासंघ) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की। पहलवानों को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का भी समर्थन मिला है।
- भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस मामले में केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि जिन खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया है, वे धरने पर बैठे हैं। उनको न्याय मिलना चाहिए, अगर वे समर्थन मांगते हैं तो हम समर्थन भी देंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डाा ने आगे कहा, “मैं खिलाड़ियों के हित में हूं, उनके हितों की लड़ाई लड़ता हूं किसी को गलत नहीं कहता हूं.”
दिल्ली पुलिस से FIR दर्ज करने की मांग
साक्षी मलिक और रवि दहिया सहित पहलवानों ने जनवरी में भी इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ मैराथन बातचीत के बाद उनका तीन दिवसीय धरना समाप्त कर दिया था। ठाकुर ने आरोपों की जांच के लिए दिग्गज मुक्केबाज एम सी मेरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निरीक्षण समिति की घोषणा की थी।
पांच सदस्यीय निरीक्षण समिति बनाई थई
बता दें कि पहलवानों ने दिल्ली पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसे पहलवानों से सात शिकायतें मिली हैं और उसकी जांच जारी है। दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज करने में विफल रहने पर पुलिस को नोटिस जारी किया था।