चंडीगढ़- मनाली राजमार्ग को पंजाब के किरतपुर से हिमाचल प्रदेश के मनाली तक चार लेन का बनाया जा रहा है. कीरतपुर से नेरचौक तक फोर लेन का काम 95 फीसदी पूरा हो चुका है और इसी महीने में यह काम पूरा हो जाएगा. हाईवे के इस हिस्से पर फोर लेन का काम पूरा होने से यात्रियों को भारी ट्रैफिक का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे जल्द ही अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे. इसी माह कीरतपुर-नेरचौक खंड को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा.
इस हाईवे के बनने से कीरतपुर चौक से नेरचौक की दूरी 37 किलोमीटर कम हो जाएगी. कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन बनने से चंडीगढ़ से मनाली पहुंचने में आठ की जगह छह घंटे लगेंगे. वहीं कुल्लू, हमीरपुर और मंडी के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा. इस फोरलेन से मां नैना देवी के मंदिर, गोबिंद सागर झील और एम्स बिलासपुर तक पहुंचना आसान हो जाएगा.
नेरचौक से मनाली तक हाईवे को फोर लेन करने का काम जोरों पर चल रहा है. जून 2023 तक चंडीगढ़-मनाली हाईवे के फोर लेन होने की उम्मीद है.
- कीरतपुर से नेरचौक तक हाईवे को फोर लेन करने के बाद वाहन रेंगेंगे नहीं. अभी तक हाईवे के टू लेन होने के कारण भारी ट्रैफिक के कारण तेज गति से वाहन नहीं चल पाते थे. इस वजह से चंडीगढ़ से मनाली समेत अन्य जगहों पर पहुंचने में ज्यादा समय लगता है लेकिन हाईवे के फोर लेन होने के कारण यहां कारें और यातायात के अन्य साधन बेरोकटोक चलते रहेंगे.
चंडीगढ़ मनाली फोरलेन हाईवे बनने से लोगों को करीब तीन घंटे की बचत होगी. दिल्ली से मनाली का सफर 12 की जगह सिर्फ 9 घंटे का होगा. वहीं चंडीगढ़ से मनाली पहुंचने में 9 घंटे की जगह सिर्फ 6 घंटे लगेंगे.
कीरतपुर-मनाली परियोजना के पूरा होने से न केवल यात्रा आसान होगी बल्कि रोमांचक भी होगा. इस पूरे रूट पर 14 टनल बनाई गई हैं. इसके अलावा झीलों और नदियों पर बने खूबसूरत पुल यात्रा का मजा दोगुना कर देंगे. 14 में से 5 टनल इस महीने के अंत तक शुरू हो जाएंगी. ऐसे में लोगों का सफर पहले की तुलना में काफी आसान हो जाएगा.