पानीपत : आपने किसी शहर में चोरों व बदमाशों का आतंक तो सुना होगा लेकिन इस पानीपत शहर के लोग एक ऐसे जानवर के आंतक के साए में जी रहे हैं जो पालतू होने के साथ-साथ गली मोहल्ले में आवारा घूम रहे हैं। हम बात कर रहे हैं आवारा कुत्तों की। इन आवारा कुत्तों के कारण पानीपत शहर के गली मोहल्ले के लोगों का बुरा हाल हैं लेकिन निगम का कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। कई बार नसबंदी करवाने के बावजूद भी इंसानों से ज्यादा आवारा कुत्तों की जनसंख्या बढ़ रही है। आवारा कुत्तों के शिकार बच्चे- बुजुर्ग, जवान हो रहे हैं।
एमएससी कर रही छात्रा मुस्कान ने बताया कि आवारा कुत्तों की वजह से घर से भी निकलने में काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि दुकान पर सामान लेने जाते हैं तो कुत्तों का झुंड काटने को दौड़ता है। मुस्कान ने बताया कि कुत्ते के काटने की वजह से दाएं हाथ का लिगामेंट फट गया और लिगामेंट फटने से डॉक्टर ने दो महीने का आराम बताया था। वहीं सतबीर ने कहा कि आवारा कुत्तों के कारण आम आदमी का निकलना गली से बड़ा मुश्किल हो गया है। बच्चों का स्कूलों में जाना मुश्किल हो गया है। कई बार बच्चों के साथ माता-पिता को भी काट लिया है। उन्होंने कहा कि इन कुत्तों पर भी कानून बनना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि इन आवारा कुत्तों का समाधान करें।