हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसी ने नूंह जिले में पाकिस्तान को सैन्य गतिविधियों की खुफिया जानकारी लीक करने मामले में खंड के गांव कांगरका से झोलाछाप तारीफ को गिरफ्तार कर लिया है।

जासूसी के आरोप में पकड़े तारीफ ने पाकिस्तान के उच्चायोग में कर्मचारी को सिम देने की बात और पाकिस्तान जाने की बात कबूल की है।
सूत्रों के अनुसार, तारीफ वर्ष 2022-23 और 23-24 में दो बार पाकिस्तान भी जा चुका है। ग्रामीणों द्वारा मिली जानकारी अनुसार, तारीफ के दादा का एक भाई पाकिस्तान में रह रहा है। तारीफ के दो बच्चे हैं, जिनमें एक लड़का और एक लड़की।
बता दें कि दो दिन पहले ही राजाका गांव के अरमान की जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी हुई थी। उसके बाद खुफिया एजेंसी पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गई थी। गुप्त सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर तारीफ कांगरका को रविवार के सायं बावला रोड स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन के सामने से गिरफ्तार किया गया। तारीफ पर आरोप है कि वह वाट्सऐप के माध्यम से भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात दो कर्मचारियों को भेजता था।
आसिफ बलोच और जफर के विरुद्ध मामला दर्ज किया
इस मामले में नूंह पुलिस ने भारतीय दंड संहिता ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट 1923 और देशद्रोह की धाराओं के तहत आरोपी मोहम्मद तारीफ निवासी कांगरका थाना तावडू और पाकिस्तान उच्च आयोग में तैनात पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलोच और जफर के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है। आसिफ बलोच व जफर दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग योग में कार्यरत हैं।हरियाणा पुलिस व सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार, उन्हें दो दिन पूर्व गुप्त सूचना मिली थी तारीफ निवासी कांगरका लंबे समय से भारतीय सेना और डिफेंस की तैयारी से जुड़ी संवेदनशील जानकारी दुश्मन देश पाकिस्तान को वाट्सऐप के माध्यम से भेज रहा था। वह लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लगवाने के लिए मदद करता था। वहीं, रविवार की सायं उसे हिरासत में लेकर पूछताछ और मोबाइल को जब्त कर गहनता से जांच की। जिसमें मोबाइल के अंदर कई संदिग्ध चैटिंग मिली। सूचना के आधार पर चंडीगढ़ विशेष पुलिस बल और केंद्रीय जांच एजेंसी ने तावडू क्राइम ब्रांच टीम और सदर थाना टीम की ज्वाइंट टीमों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पाकिस्तान के दो अलग-अलग नंबरों पर भेजी थी तस्वीरें
बताया गया कि पुलिस टीम को देख तारीफ ने अपने मोबाइल से कुछ संदिग्ध चैटिंग को डिलीट करने का भी प्रयास किया। जांच में यह भी सामने आया कि उसके मोबाइल में पाकिस्तानी वाट्सऐप के कई नंबर थे। कुछ डाटा भी डिलीट पाए गए हैं। उसके मोबाइल फोन की जांच में पाकिस्तानी नंबरों से चैटिंग, फोटो, वीडियो और सैन्य गतिविधियों की तस्वीरें भी मिली हैं, जो तारीफ ने पाकिस्तान के दो अलग-अलग नंबरों पर भेजी थी। जांच में पता चला कि वह दो अलग-अलग सिम कार्ड के माध्यम से पाकिस्तान के नंबरों से लगातार संपर्क में था। पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि पाकिस्तान उच्च आयोग दिल्ली में स्थित कर्मचारी आसिफ बलोच को भारत देश की सैन्य गतिविधियों और खुफिया सूचनाओं को भेजता था।