HARYANA VRITANT

Haryana News हरियाणा में कैथल के गांव फरल में भाजपा सांसद हेमा मालिनी पर रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjwala) द्वारा की गई टिप्पणी मामले में कांग्रेस नेता की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हरियाणा महिला आयोग ने रणदीप सुरजेवाला को एक बार फिर सम्मन भेजा है। सम्मन के अनुसार उन्हें 18 तारीख तक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।

भाजपा सांसद हेमा मालिनी पर रणदीप सुरजेवाला द्वारा की गई टिप्पणी मामले में

हरियाणा राज्य महिला आयोग ने कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला को सासंद हेमा मालिनी को लेकर टिप्पणी करने के मामले में दूसरा सम्मन भेजा है। आयोग ने रणदीप को 18 अप्रैल को आयोग के सामने मौजूद रहने और भाजपा सांसद हेमा मालिनी के खिलाफ की गई टिप्पणियों के संबंध में स्पष्टीकरण देने को कहा है।

हरियाणा राज्य महिला आयोग के नोटिस के अनुसार कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला को 18 अप्रैल सुबह साढ़े दस बजे तक स्पष्टीकरण देना है। आोयग ने लिखा कि रणदीप सुरजेवाला ने उत्तर प्रदेश में मथुरा से सांसद हेमा मालिनी को लेकर अभद्र टिप्पणी की है। यह एक महिला की गरिमा को ठेस पहुँचाने वाला और अशोभनीय है।

क्या बोले थे रणदीप सुरजेवाला?

कांग्रेस के दिग्गज नेता और सांसद रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा में कैथल के गांव फरल में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि हमें लोग विधायक, सांसद क्यों बनाते हैं? हम हेमा मालनी तो हैं नहीं कि चाटने के लिए बनाते हैं। इस बयान के बाद से ही मामले ने तूल पकड़ लिया और कांग्रेस नेता की मुश्किलें बढ़ गईं। हालांकि, बाद में सुरजेवाला ने मामले में सफाई दी।

हेमा पर टिप्पणी को लेकर क्या बोलीं कंगना

हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा प्रत्याशी और अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक्स पर कहा कि बात मोहब्बत की दुकान खोलने की हुई थी, लेकिन कांग्रेस नफरत की दुकान खोल बैठी है। महिलाओं के प्रति गिरी सोच रखने वाले कांग्रेस के नेता अवश्यंभावी हार की हताशा और कुंठा में अपने चरित्र का दिन-ब-दिन पतन कर रहे हैं।

क्या बोले अनिल विज

हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता अनिल विज ने सुरजेवाला के लिए कड़े शब्द इस्तेमाल किए। उन्होंने कहा, सुरजेवाला का ऐसा बयान देना नई बात नहीं हैं। ये कांग्रेस का महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण है। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने एक पुस्तक द इनसाइडर लिखी थी। उसमें कांग्रेस का महिलाओं के प्रति क्या विचार व दृष्टिकोण है। पहले इनकी सोच सुधारनी पड़ेगी।