अपने सपने को पूरा करने के लिए रात के समय झुग्गी से निकल कर अमीर लोगों के आशियाने के बाहर जल रही रोशनी में पढ़ रहे है। इन बच्चों का लक्ष्य भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा करना और डॉक्टर बन कर लोगो की सेवा करना है। बेशक अभी इनकी उम्र छोटी है लेकिन लक्ष्य पूरा करने के लिए इरादा पक्का है।
- बिहार के सिवान जिले के रहने वाले और पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले राज, दूसरी कक्षा के छात्र आदित्य, पहली कक्षा में पढ़ने वाली सिमरन, शिवानी और महेंद्र ने बताया कि वे परिवार के साथ सेक्टर 1-4 में झुग्गी झोपड़ी में रहते है। माता-पिता सुबह काम पर चले जाते है।
- वे जो कमा कर लाते है उससे दो वक्त की रोटी नसीब होती है। हमारे मन की जो इच्छाएं है वो पूरी नहीं होती और दिन भर माता-पिता को ऐसे मजदूरी करता देखना नहीं चाहते।
- इसलिए सुबह पास के एक ही एक स्कूल में पढ़ने के लिए जाते है। रात के समय पार्क के सामने बनी कोठियों के बाहर फर्श पर बैठकर पढ़ाई करते है।
- कोठियों में रहने वाले कुछ नहीं बोलते बल्कि हमारी सहायता करते है। उन्होंने बताया कि हमार सपना भारतीय सेना और चिकित्सा लाइन में जाकर लोगों की सेवा करना है।