सिरसा। गांव बकरियांवाली में कचरा निस्तारण प्लांट को लेकर लंबे समय से चला आ रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्लांट के आसपास जिन किसानों की जमीन है, वह अव्यवस्थाओं को लेकर शिकायतें कर रहे हैं। मंगलवार को भी किसान सुभाष चंद्र व अन्य ग्रामीण उपायुक्त आरके सिंह के समक्ष अपनी पांच शिकायतें लेकर पेश हुए। उपायुक्त ने तुरंत प्रभाव से डीआरडीओ व अन्य अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर मौका निरीक्षण करने के आदेश दिए। जिसके बाद अधिकारियों की टीम बकरियांवाली प्लांट पहुंची और निरीक्षण किया। शाम के समय निरीक्षण करने के लिए पहुंची टीम बुधवार को उपायुक्त आरके सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
बता दें कि उपायुक्त के आदेशों पर डीआरडीओ सुभाष चंद्र की अगुवाई में दो अन्य अधिकारियों की टीम शाम के समय गांव बकरियांवाली के कचरा निस्तारण प्लांट पहुंची। इस दौरान अधिकारियों पर आरोप लगाने वाले किसान व उनके साथियों को मौके पर बुलाया। डीआरडीओ व अन्य अधिकारियों ने पूरे कचरा प्लांट और आसपास के खेतों का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों और ग्रामीणों से बातचीत की। दोनों से मौजूदा व्यवस्था के बारे में जाना। ताकि वह अपनी रिपोर्ट बनाकर बुधवार को उपायुक्त आरके सिंह के समक्ष प्रस्तुत कर सके।
यह लगाए है ग्रामीणों ने आरोप
- बकरियांवाली प्लांट से निकले वाले वेस्ट से जैविक खाद बनाने के लिए लाखों रुपये के केंचुआ पालन के लिए शेड लगाए गए थे। वजनदार लोहे के जाल लगाए गए थे। अधिकारियों ने ठेकेदार से मिलीभगत कर लाखों रुपये का सामान बेच दिया।
- प्लांट में लगाए गए पेड़ आंधी में टूट गए थे। करीबन 125 क्विंटल लकड़ी उनकी थी। अधिकारियों ने ठेकेदार के साथ मिलकर सारी लकड़ियां खुर्दबुर्द कर दी। इनमें कीकर, शीशम, पहाड़ी नीम की लकड़ी शामिल थी।
- प्लांट में लगाया गया सफाई कर्मचारी और एजेंसी का कारिंदा जो उनके गांव का ही है। गैर कानूनी हरकतें करता है।
टीम ने किस प्रकार का निरीक्षण किया है, इस संबंध में कोई जानकारी मुझे नहीं है। अगर निरीक्षण हुआ है तो इसकी जानकारी ली जाएगी।