गुरुद्वारा छठी पातशाही पर हरियाणा सिख मैनेजमेंट कमेटी द्वारा चार्ज लेने के मामले में सोमवार को हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी आमने-सामने आ गई थी। जिसके बाद गुरूघर में काफी बवाल देखने को मिला था। मंगलवार को पंजाब के अमृतसर से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) द्वारा गठित कमेटी कुरुक्षेत्र पहुंची और कल हुए मामले के बारे में विस्तार से जानकारी ली। टीम सबसे पहले गुरुद्वारा छठी पातशाही में उस जगह पर पहुंची जहां मुख्य गोलक है और ताला लगाया गया है। इस मामले में कल दोनों राज्यों के सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के लोगों की आपस में झड़प हुई थी। जिसमें पंजाब के सिख गुरुद्वारा कमेटी के 8 लोगों पर केस दर्ज किया गया है।
इस ऐतिहासिक गुरुद्वारा में पहुंचने से पहले पांच मेंबरी टीम ने सबसे पहले माथा टेका और उसके बाद घटना की जानकारी ली। टीम ने कहा कि आज प्रदेश की भाजपा सरकार सिखों को लड़वा रही है और जिस तरह से गुरुघर की गोलक पर कब्जा हुआ है इससे गुरुघर की मर्यादा तार-तार हुई है। घटना से साफ जाहिर होता है कब्जा करवाने में प्रदेश सरकार का हाथ है।
एसजीपीसी के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि आज कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक गुरुद्वारे की मर्यादा को भंग किया गया है। आज उन्होंने कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारे में पहुंचकर सारी घटना की जानकारी ली है। इस सारी घटना की जानकारी एसजीपीसी हेडक्वार्टर को दी जाएगी। सबसे पहले जीटी रोड पर सैकड़ों की संख्या में एजीपीसी के समर्थक इकट्ठे हुए और वहां से पुलिस की गाड़ी द्वारा पांच मेंबरी कमेटी कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में पहुंची। गुरुद्वारे में स्थिति खराब न हो इसलिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया था और बैरिकेडिंग की गई थी।