HARYANA VRITANT

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। रोहतक में सियासी माहौल गरम है, और टिकट के लिए भाजपा और कांग्रेस में खींचतान जारी है। जहां कांग्रेस से दस लोग टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, वहीं भाजपा में आठ दावेदार मैदान में हैं।

भाजपा के संभावित उम्मीदवार

हाल ही में भाजपा ने पार्टी प्रदेश कार्यालय में रायशुमारी करवाई थी, जिसमें पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, पूर्व मेयर मनमोहन गोयल, सीनियर डिप्टी मेयर राजकमल सहगल, पूर्व पार्षद अशोक खुराना, और डॉक्टर आदित्य बतरा का नाम सामने आया था। ग्रोवर, जिन्होंने चार बार विधानसभा चुनाव लड़ा है और एक बार जीत हासिल की है, इस बार भी टिकट के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। दूसरी ओर, डॉक्टर आदित्य बतरा का नाम संघ द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री से मुलाकात और एकजुटता का संदेश

रविवार की रात मुख्यमंत्री नायब सैनी कैनाल रेस्ट हाउस में रुके, जहां मनीष ग्रोवर और डॉक्टर आदित्य बतरा ने उनसे बंद कमरे में मुलाकात की। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने दोनों को एकजुट रहने का संदेश दिया है। मुलाकात के बाद डॉक्टर आदित्य बतरा एसपी आवास के बाहर धरना दे रहे भाजपा कार्यकर्ताओं से मिले, जहां पूर्व मंत्री के बेटे हिमांशु ग्रोवर से उनकी बातचीत हुई।

रोहतक का चुनावी इतिहास और समुदायों की भूमिका

रोहतक के चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो 17 में से 14 बार पंजाबी समुदाय से ही विधायक बने हैं, चाहे वह भाजपा हो या कांग्रेस। केवल तीन बार बनिया समुदाय से सेठ श्रीकिशन दास विधायक बने। वर्तमान में कांग्रेस में मौजूदा विधायक भारत भूषण बतरा और भाजपा में मनीष ग्रोवर टिकट के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।

कांग्रेस में भी टिकट के लिए खींचतान

कांग्रेस में भी टिकट को लेकर मान-मनौव्वल का दौर चल रहा है। एक दावेदार ने बताया कि 2019 में उन्हें आश्वासन दिया गया था कि अगली बार उन्हें मौका जरूर मिलेगा, लेकिन अब फिर से वही बात दोहराई जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या अब फिर पांच साल इंतजार करूं?”