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केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने वीरवार को गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) कार्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान गुरुग्राम की महत्वपूर्ण आधारभूत संरचना परियोजनाओं की स्थिति की गहन समीक्षा की गई। केंद्रीय मंत्री ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनता से जुड़े विकास कार्यों में किसी प्रकार की ढिलाई या देरी स्वीकार नहीं की जाएगी।

बैठक में गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा, जीएमडीए सीईओ श्यामल मिश्रा, एचएसवीपी की प्रशासक वैशाली सिंह, डीसीपी ट्रैफ़िक राजेश मोहन, एचएमआरटीसी से चीफ आर्किटेक्ट नम्रता कलसी सहित जीएमडीए, गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड, नगर निगम गुरुग्राम तथा डीएचबीवीएन के अधिकारी शामिल रहे।

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बैठक में संबंधित विभागीय अधिकारियों से विकास कार्यों की बिंदुवार प्रगति रिपोर्ट लेने उपरांत कहा कि गुरुग्राम के पुराने हिस्सों को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ना एक दीर्घकालिक आवश्यकता रही है, जिससे लाखों नागरिकों को दैनिक यातायात में राहत मिलेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस परियोजना के लिए सभी प्रशासनिक एवं तकनीकी कार्य समयबद्ध रूप से पूरे किए जाएँ। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इस परियोजना को न केवल तेज़ी से आगे बढ़ाया जाए, बल्कि इसमें पारदर्शिता और गुणवत्ता भी सुनिश्चित की जाए। बैठक में गुरुग्राम मैट्रो रेल लिमिटेड के निदेशक एस.आर सांगवान ने बताया कि 15 मई को बिड ओपन की गई है। जिसमें 8 आवेदन प्राप्त हुए है जिनका अभी तकनीकी मूल्यांकन किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने मेट्रो निर्माण की धीमी प्रगति से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अब से वे प्रत्येक चार माह के अंतराल पर इसकी प्रगति की समीक्षा करेंगे।

इसके पश्चात, बैठक में हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक तक प्रस्तावित सड़क निर्माण परियोजना की स्थिति पर चर्चा हुई। यह मार्ग गुरुग्राम के प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों को जोड़ता है, जिस पर प्रतिदिन अत्यधिक ट्रैफिक रहता है। राव इंद्रजीत सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस परियोजना में अनावश्यक विलंब किसी भी स्थिति में न हो। बैठक में जीएमडीए के चीफ इंजीनियर अरुण धनखड़ ने बताया कि मौजूद परियोजना के मार्ग पर यूटिलिटी शिफ्टिंग के तहत डीएचबीवीएन के 32 फीडर को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाना है। इसके साथ साथ 5 अन्य प्रमुख बिंदुओ पर भी मौजूदा ढाँचे को शिफ्ट करने को लेकर संबंधित भूस्वामियों के साथ सहमति हो गयी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम जनता के चुने हुए प्रतिनिधि है। ऐसे में जनता के हितों की बेहतरी हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है उनके प्रति हमारी जवाबदेही भी है। उन्होंने निर्माण एजेंसियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि सड़क निर्माण से पूर्व सभी प्रशासनिक मंजूरी को त्वरित रूप से पूरा किया जाए। ताकि नागरिकों को बेहतर यातायात सुविधा जल्द उपलब्ध हो सके। साथ ही उन्होंने परियोजना के मार्ग में खांडसा चौक को लेकर भी चर्चा करने के निर्देश दिए।

बैठक में तीसरे प्रमुख मुद्दे के रूप में, गांव वजीराबाद में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह खेल स्टेडियम के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस स्टेडियम के निर्माण से युवाओं को खेलों में प्रशिक्षण और भागीदारी के बेहतर अवसर मिलेंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इसके निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि निर्माण में निर्धारित मानकों का पूर्णतः पालन किया जाए और कार्य की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता न किया जाए। बैठक में परियोजना को निर्माण प्रगति से अवगत कराते हुए अतिरिक्त निगम आयुक्त रविंद्र यादव ने बताया कि परियोजना का 10 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।

बैठक में राव इंद्रजीत सिंह ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन सभी परियोजनाओं की नियमित निगरानी करें तथा आवश्यक समन्वय सुनिश्चित करें ताकि विकास कार्यों को जनता के हित में शीघ्रता से पूरा किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि गुरुग्राम का भविष्य तभी उज्ज्वल होगा जब हम योजनाओं को ज़मीन पर उतारने में ईमानदारी, गति और पारदर्शिता बरतें।