HARYANA VRITANT

Kurukshetra New इस दिवाली पर एक भयानक हादसे में संदीप और उनकी दो बेटियों की कार में आग लगने से मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी लक्ष्मी जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में संघर्ष कर रही हैं। यह दर्दनाक हादसा दिल्ली-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव मोहड़ी के पास हुआ, जिसने संदीप के पूरे परिवार को बिखेर कर रख दिया।

भयानक हादसे में संदीप और उनकी दो बेटियों की कार में आग लगने से मौत।

पैतृक गांव जाते वक्त हुआ हादसा

सोनीपत के गांव रहमाणा के संदीप अपने परिवार के साथ हर साल दीपावली मनाने अपने पैतृक गांव जाते थे, पर इस बार की दिवाली उनके लिए आखिरी बन गई। हादसे ने उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया।

संपूर्ण परिवार चंडीगढ़ में था खुशहाल

संदीप, जो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे, अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ में रहते थे। कुछ ही समय पहले उन्होंने अपनी पीएचडी पूरी की थी, और इस उपलब्धि पर पूरा परिवार खुश था। उनकी मौत से उनके सहकर्मियों और परिवार में गहरा शोक है।

शॉर्ट सर्किट बना हादसे का कारण

परिवार के एक सदस्य सतीश कुमार के अनुसार, कार में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी और सेंटर लॉकिंग सिस्टम के चलते वे कार से बाहर नहीं निकल सके। इससे संदीप और उनकी बेटियों को बचने का मौका नहीं मिल पाया।

पुलिस जांच में सामने आया सच

जांच अधिकारी एसआई जसवंत के अनुसार, बाहर से कार को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था, लेकिन अंदर की आग ने कार सवारों को झुलसा दिया। संदीप और उनकी बेटियां पीछे की सीट पर बैठी थीं, जिससे वे समय पर बाहर नहीं निकल पाए।

हादसे से पहले खुशियों में डूबा था परिवार

संदीप की दो हफ्ते पहले ही पीएचडी पूरी होने की खबर से परिवार उत्साहित था, लेकिन इस भयावह घटना ने उनकी खुशियां छीन लीं। उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए यूनिवर्सिटी के कई प्रोफेसर और स्टाफ मेंबर्स भी पहुंचे।

एक अन्य भयानक हादसे की याद ताजा

इस हादसे ने सात जुलाई को हुए एक और हादसे की याद ताजा कर दी, जब एक्सप्रेस-वे 152डी पर तीन दोस्त जिंदा जल गए थे। यह हादसे बताता है कि सड़कों पर सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करना चाहिए।