HARYANA VRITANT

पानीपत। चोरी के आरोपी की फर्जी तरीके से जमानत कराने आए नंबरदार और एक युवक को रंगेहाथ पकड़ लिया गया। यह दोनों फर्जी कागजातों से जमानती बॉन्ड भर रहे थे। एसीजेएम के रीडर ने जांच में दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया कि इन दोनों को फर्जी जमानती के रूप में एक नंबरदार और एक युवक ने तैयार किया था। एसीजेएम ने दोनों को कोर्ट में ही बैठा लिया और सिटी थाना पुलिस को बुलाकर दोनों के खिलाफ शिकायत दी। पुलिस ने दोनों पर केस दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

सांकेतिक तस्वीर

एसीजेएम संदीप चौहान ने बताया कि

एसीजेएम संदीप चौहान ने बताया कि पुराना औद्योगिक क्षेत्र थाना में 26 जनवरी 2024 को विक्की नाम के युवक पर चोरी का केस दर्ज हुआ था। उसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वह तब से ही जेल में था। उसकी जमानत के लिए शनिवार को एक व्यक्ति व एक युवक पेश हुए। युवक ने अपने दस्तावेज अखिल निवासी उग्राखेड़ी गांव व व्यक्ति ने महाबीर निवासी गांव बसताड़ा, करनाल के दिए। दोनों यहां जमानती बॉन्ड भरने आए थे।

कागजों की जांच करते हुए रीडर को दोनों के कागजों पर संदेह हुआ। फिर अखिल व महाबीर से सवाल जवाब किए गए। इसमें पता चला कि यह दोनों एक दूसरे को जानते ही नहीं। दोनों आरोपी विक्की को भी नहीं जानते थे। इनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो इन्होंने स्वीकार किया कि वह फर्जी दस्तावेजों पर जमानत कराने आए थे। निखिल नाम के युवक का असली नाम रोहित निवासी वाल्मीकि कॉलोनी, करनाल व महाबीर का बसताड़ा गांव, करनाल का नंबरदार मिला। पूछताछ में सामने आया कि वह दोनों आरोपी विक्की को नहीं जानते थे।

फर्जी तरीके से जमानत

पूछताछ में इन दोनों ने बताया कि इनको जमानती के रूप में रोहताश नंबरदार व मन्नू नामक युवक ने लालच देकर जमानत के लिए तैयार किया था। रोहताश सिठाना गांव का नंबरदार है। शिकायत में एसीजेएम ने कहा कि फर्जी तरीके से जमानत कराने वालों का पूरा गिरोह काम कर रहा है। इन पर नकेल कसना जरूरी है। इस मामले में भी दो से अधिक लोग शामिल हैं। उन पर भी कार्रवाई की जाए।

सिटी थाना प्रभारी राजबीर सिंह ने बताया कि महाबीर व रोहित को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में शामिल लोगों का पता लगाया जा रहा है। इसमें जो भी शामिल होगा उनको जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।