पानीपत। नगर निगम आयुक्त साहिल गुप्ता ने वीरवार को निगम अधिकारियों के साथ शहर की निकासी का जायजा लिया। ड्रेन की 20 से ज्यादा सिल्ट बेसिन प्वाइंट की सफाई कराई गई थी। जिसमें अधिकारियों की लापरवाही मिलने पर उनको फटकार भी लगाई। आयुक्त ने ड्रेन नंबर एक, कुटानी रोड, जीटी रोड, बस स्टैंड, एसडी कॉलेज, संजय चौक और खादी आश्रम के जलभराव का निरीक्षण किया।
लापरवाही की वजह से जलभराव हुआ तो
उन्होंने निगम अधिकारियों को निकासी के सभी प्वाइंट की सफाई कराने के आदेश दिए। आयुक्त ने चेतावनी दी कि अगर शहर में उनकी लापरवाही की वजह से जलभराव हुआ तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त का ये निरीक्षण सुबह 11 बजे से लेकर डेढ़ बजे तक चला। इसमें निगम की तीनों एक्सईएन, एसडीओ, सीएसआई समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। निगम आयुक्त ने सबसे पहले ड्रेन नंबर एक का निरीक्षण किया। इसके लिए आयुक्त जिला सचिवालय से लेकर सेक्टर 25 तक ड्रेन की सफाई देखने पहुंचे।
इनकी सफाई रात को नौ बजे तक
यहां पर ड्रेन की 20 से ज्यादा सिल्ट बेसिन प्वाइंट की सफाई कराई गई थी। जिनमें 15 तो ऐसे प्वाइंट थे जहां सील्ट जमा थी और पांच से ज्यादा ऐसे प्वाइंट थे जहां ड्रेन की वजह से गंदगी जमा होकर निकासी बाधित हो रही थी। ड्रेन में फिलहाल करीब छह प्वाइंट ऐसे मिले जहां सफाई की काफी आवश्यकता ही। आयुक्त ने कहा कि इनकी सफाई रात को नौ बजे तक हो जानी चाहिए।
इसके बाद आयुक्त सालों पुरानी कुटानी रोड की जलभराव की समस्या का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां पूर्व मेयर सुरेश वर्मा से लेकर स्थानीय लोगों ने निगम आयुक्त को लोगों की व्यथा सुनाई। बताया कि यहां नाले का लेवल तक सही नहीं है। नाले की सफाई न होने से गंदा पानी सड़कों पर जमा हो जाता है। इस पर निगम आयुक्त ने सबसे पहले नालों की सफाई कराने के आदेश दिए। इसके बाद निगम आयुक्त ने जीटी रोड पर जलभराव के प्वाइंट का निरीक्षण किया।
नगर निगम आयुक्त साहिल गुप्ता टीम के साथ पहुंचे
इनमें बस स्टैंड, एसडी कॉलेज, संजय चौक पर भी आयुक्त टीम के साथ पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि इनकी सफाई की जिम्मेदारी एलएंडटी की है। जिसकी रिपोर्ट उपायुक्त को भी सौंपी जा चुकी है। एलएंडटी को सफाई बारे कहा गया तो एलएंडटी ने निगम ने सीवर सफाई के लिए मशीनें मांगी। जिस पर निगम अधिकारियों ने रात को नौ बजे से लेकर 12 बजे तक सक्शन जेटिंग मशीन एलएंडटी को देने का वादा किया है।
मानसून में शहर में जलभराव नहीं होना चाहिए
आयुक्त साहिल गुप्ता ने निगम अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि मानसून में शहर में जलभराव नहीं होना चाहिए। आयुक्त के आदेशों पर अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने पहले से ही डीजल इंजन के पांच पंपसेट तैयार कर लिए हैं। डीजल की कमी न रहे इसलिए पहले से डीजल मंगवा लिया गया है।
निगम अधिकारियों के साथ शहर की सफाई का निरीक्षण किया गया था। जिसमें कुछ जगह खामियां मिलने पर उनको दुरुस्त करने के आदेश दिए गए हैं। इनमें से कुछ पर तुंरत प्रभाव से काम भी चालू करवाया गया है।